Date: 18/10/2024, Time:

दुनियाभर में मनाया गया योग दिवस, हमें निरोगी और खुशहाल बनाने में योग के माध्यम से बाबा रामदेव मोदी जी और संयुक्त राष्ट्र का आभार

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देश में आदिकाल से योग का बड़ा महत्व रहा है। जैसा बताते हैं कि साधु संत और महापुरूष तथा वैद्य दवाईयों के साथ साथ योग के महत्व को भी लोगों को समझाते थे और उन्हें निरोगी रखने की कोशिश करते थे। इसलिए यह प्राचीन विद्या हमें स्वस्थ और निरोगी रखने में सफल रही है। कुछ वर्ष पूर्व योग गुरू बाबा रामदेव ने योग को एक नए तरीके से सबके सामने रखा और अपने प्रयासों से उसे सफलता के शिखर तक पहुंचाते हुए नागरिकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। मगर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने की शुरूआत की गई। और क्योंकि 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन होता है और सूर्य धीरे धीरे दक्षिणायन होने लगता है इसलिए इस दिन को अध्यात्मिक और योग के लिए खास माना गया। दूसरी ओर पीएम मोदी द्वारा योग को बढ़ावा देने के लिए जो प्रयास किए गए उनका परिणाम है कि आज दुनिया के तमाम देशों में योग दिवस के आयोजन हुए। एक खबर के अनुसार बीते दिवस बुधवार को 175 सदस्य देशों द्वारा ऑटोमेक नदी के किनारे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस और प्रार्थना सभा व भारतीय नृत्य के साथ हुई। इसे भारत की राजदूत प्रिया रंगनाथन ने भी संबोधित किया।
हम भारतीय हर मामले में हटी हो जाते है। उसको कामयाबी के शिखर तक भी ले जाते है। इसलिए सेहत के लिए योग बेहद फायदेमंद है और अब तो भारत के हठयोग से दुनिया निरोगी बन रही है। जीवन के भवसागर को पार करने व निरोगी रहने की एक सरल व बिना खर्च की युक्ति हमें स्वस्थ तो बनाती ही है आर्थिक रूप से भी लाभ पहुंचाती है। क्योंकि निरोगी होने से दवाई के जो खर्च बचते हैं वो परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूती की ओर अग्रसर करते है। यह किसी से छिपा नहीं है कि दुनियाभर में वाटर थैरेपी, साउंड हिलिंग साल्ट वाटर आदि थेैरेपियों के माध्यम से योग के लाभ हर कोई ले रहा है और इस भागदौड़ भरी जिंदगी में फिट रहने में सफलता भी प्राप्त हो रहा है। आज प्रातः होते ही सुहावने मौसम के बीच योग साधकों द्वारा विभिन्न प्रकार के योगासन किए और पूरे देश में सूर्य नमस्कार तथा ओम की ध्वनि के साथ योग शुरू हुए और तमाम नागरिकों ने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। देश के स्कूलों, पार्कों आदि में हुए योग में गरीब अमीर सब शामिल हुए। कई आयोजनों में योग का अच्छा प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित भी किया गया। और सबसे बड़ी बात यह थी कि योग करने में डॉक्टर भी पीछे नहीं थे। उनका भरोसा भी योग के रूप में नजर आया।
योग हमारी प्राचीन विरासत का बहुमूल्य उपहार है तो हमारी आध्यामित्मक उर्जा बढ़ाने में सहायता करता है। योग से जीवन संतुलित बनाए रखने के लिए भी प्रेरित करता है। दोस्तों कहते हैं भी हैं रोग नहीं योग का साथ अपनाइये। इससे अनिंद्रा मधुमेह गठिया थायराइड आदि में आराम मिलता है। अगर प्रसन्नचित होकर योग किया जाए तो यह हमारे लिए आम के आम गुठलियों के समान सिद्ध हो रहा है। क्योंकि इससे नींद अच्छी आती है।
बाबा रामदेव संयुक्त राष्ट्र और प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा योग को कई प्रकार से पहचान दिलाई गई। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। हमारें यहां पैदल चलना तैरना साईकिल चलाना नृत्य बेहतरीन योग क्रिया है। ऐसा मैंने खुद अपने जीवन में देखा है। 30 साल की उम्र में 350 शुगर और अन्य बीमारियां लगभग सात किमी की रेस लगाने के बाद बढ़ने लगी तो योग को भी माध्यम बनाया गया और 20 साल इन बीमारियों से छुटकारे के लिए कोई दवाई नहीं खानी पड़ती। अब भले कोई दवाई खानी पड़ती हो लेकिन योग से मुझे कोई भी ऐसा शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचा है जो इन बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को होता है। इसलिए एकजुट होकर जीवन को निरोगी तथा खुशहाल बनाने हेतु मिलकर मिलकर योग करें और औरों को भी इसके लिए प्रेरित किया जाए। क्योंकि अगर देखे तो मुफत का चंदन घिस मेरे नंदन की कहावत यहां सिद्ध उतरती है। योग में कुछ खर्च नहीं करना पड़ता केवल कुछ समय निकालकर हम इसमें लगा सकते हे। अगर आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है तो अपने डॉक्टर या किसी योग गुरू से सलाह लेकर इसे कर सकते है। एक घंटा का योग आपको हर तरह से संपन्न बनाने में सक्षम है। रोज योग करें और स्वस्थ रहे। अगर प्रतिदिन आवश्यक कार्यो से निपटकर प्रातःकाल में ओम नम शिवाय उच्च आवाज में दोहराया जाए तो वो गले और मतिष्क के साथ साथ जीवन को संतुलित होता है बताते है। प्रातकाल में जोर जोर से हंसकर ताली बजाई जाए तो ह्रदय रोग से भी बचा जा सकता है। ऐसा वैद्य चिकित्सकों का भी मानना है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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