Date: 23/10/2024, Time:

क्या यूपी के मनीराम बागड़ी की तरह लोकप्रिय होंगे डा0 राजकुमार सांगवान

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18वीं लोकसभा के चुनाव अब केन्द्र में सरकार के गठन के बाद हर सांसद कुछ को छोड़कर अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो गये है। और जनसमस्याऐं सुन जितना संभव हो सकता है उसका समाधान करा रहे है।
मगर बागपत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा रालोद गठबंधन उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते छात्र नेता और मेरठ कालेज में प्रोफेसर रहे बड़े चौधरी साहब जननायक स्वर्गीय चरण सिंह के जमाने में रालोद की राजनीति में सक्रिय हुए डा0 राजकुमार सांगवान की जीतने के बाद जारी सक्रियता को देखकर यह लगता है कि वो अगर ऐसे ही चलते रहे तो यूपी के मनीराम बागड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होंगे।
स्मरण रहे कि मजदूर किसान और दलितों में अपने समय में अत्यंत लोकप्रिय नेता रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह साहब के समय में जब उड़ीसा राजस्थान हरियाणा और यूपी में भी रालोद की तुती बोलती थी। उस जमाने में राजस्थान में रालोद के सांसद के रूप में राजनीति में सक्रिय मनीराम बागड़ी जो कई बार लोकसभा सदस्य रहे उनकी लोकप्रियता आम आदमी के सिर चढ़कर बोलती थी। सीधे साधे मनीराम बागड़ी जी के बारे में बताते है कि जब वो किसी के यहां शादी विवाह समारोह में जाते थे अथवा कोई उन्हें बुलाने आता था तो वहां जरूर पहुंचते थे और वोट मांगने की बजाए हालचाल पूछ एवं आशीर्वाद देकर चले जाते थे। बताते है कि उन्होंने बहुत कम बार अपने क्षेत्र के लोगों से वोट देने की अपील की। चर्चा है कि वो स्पष्ट कहा करते थे कि अगर अपने यहां सांसद को बुलाना है तो वोट मुझे दे दियो वर्ना मैं तो आऊंगा ही जीतू या हारू। उनका सीधापन इतना लोकप्रिय हुआ कि वो कई बार सांसद चुने गये और राजस्थान के अत्यंत लोकप्रिय नेताओं व सफल सांसद के रूप में पहचाने जाते थे।
लोकसभा परिणाम चुनाव आने के उपरांत बागपत से सांसद डा0 राजकुमार सांगवान का भी कुछ आलाम ऐसा ही नजर आ रहा है। क्योंकि लोकसभा अध्यक्ष के प्रस्तावक के रूप में अपना समर्थन देने के लिए बहुत कम समय में संसद में बोलने का मौका मिलने के बाद डा0 राजकुमार सांगवान निरंतर चाहे खेल मैदान हो या सैनिकों की समस्या। आम नागरिकों की परेशानी हो अथवा कोई और मौका। कहीं वो पौधारोपण करते नजर आते है तो कहीं सम्मानित होते कुलमिलाकर यह कह सकते है कि अपने आसपास के जिलों से निर्वाचित हुए भाजपा और रालोद गठबंधन के सांसदों के रूप में सांगवान जी सबसे लोकप्रिय और सक्रिय नजर आ रहे है। सांसद तो वो बन ही गये है और कुछ जिम्मेदारियां मिलना उनकी सक्रियता को देखकर तय है। आज अचानक उनके जनहित के कार्यों को लेकर जब सोचना शुरू किया तो वो राजस्थान के मनीराम बागड़ी की तरह सक्रिय नजर आये। और यह लगा कि जल्दी ही वो अपने क्षेत्र के साथ साथ आसपास के इलाकों में भी अपनी जन समस्याओं के समाधान कराने की प्रवृत्ति के चलते मनीराम बागड़ी जैसी लोकप्रियता हासिल कर एक जनहित की बात सोचने वाले सांसद के रूप में स्थापित होंगे।
आज उक्त लाईन लिखने का इरादा इसलिए हुआ कि वरिष्ठ पत्रकार मेरे पिता रवि कुमार बिश्नोई हमेशा मनीराम बागड़ी जैसे कुछ सांसदों की चर्चा करते है जो हर समय जनहित की सोच रखने के चलते अपने राजनीतिक जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़ते चले गये। डा0 राजकुमार सांगवान ऐसे राजनेता है जो कुछ भी रहे हो लेकिन उनके मिलने वालों के साथ साथ अन्य वो लोग भी जो उन्हें जानते है वो चाहे किसी भी दल से संबंध क्यों न हो हमेशा ही डा0 राजकुमार सांगवान और उनकी कार्यनीति की प्रशंसा करते नहीं थकते। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमति इंदिरा गांधी को चुनाव हराने वाले राजनारायण की याद भी सांगवान जी को देखकर आती है क्योंकि हंसमुख स्वभाव के श्री सांगवान जी ने भी शायद अपने दम पर राजनीति के माध्यम से कोई धनसंपत्ति गलत तरीके से नहीं कमाई। इसीलिए सांसद बनने से पूर्व आये दिन सड़क पर किसी न किसी मुद्दे को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाना धरना प्रदर्शन करना उनकी आदतों में शुमार है। अब क्योंकि वो सरकार के खिलाफ तो कुछ कर नहीं सकते इसलिए जनहित की योजनाओं का लाभ पात्रों तक पहुंचाने और हर व्यक्ति की समस्याओं का समाधान चाहे वो किसी भी दल का हो कराने में लगे रहते हैं। जबकि कुछ पड़ोसी क्षेत्र के सांसद तो जनहित के अहम मामलों में भी आसानी से नजर नहीं आते।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एमएमए के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सदस्य मजीठिया बोर्ड यूपी)

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