Date: 12/11/2024, Time:

जेईई एडवांस में वेद लोहाटी टॉपर, छात्राओं में द्विजा शीर्ष पर

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नई दिल्ली 10 जून। देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE Advanced 2024 का परिणाम जारी कर दिया गया है. उम्मीदवार अपना रिज्लट इस आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर चेक कर सकते हैं. इस साल जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा में आईआईटी दिल्ली जोन से वेद लाहोटी ने 360 में से 355 अंक प्राप्त कर परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया.

बता दें कि इस साल इस IIT JEE टॉपर लिस्ट के टॉप 10 में एक लड़की ने भी जगह बनाई है, जिनका नाम द्विजा धर्मेशकुमार पटेल है.
इस परीक्षा के दोनों पेपर 1 और 2 में कुल 180200 उम्मीदवार शामिल हुए थे जिसमें 48248 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. इसमें 7964 महिला उम्मीदवार हैं.

बात करें टॉप 10 टॉपर्स की तो इसमें IIT दिल्ली से आदित्य को 346 अंक मिले हैं.आईआईटी मद्रास के भोगलपल्ली संदेश को 338, आईआईटी रूड़की से रिदम केडिया को 337, आईआईटी मद्रास से पुट्टी कुशल कुमार को 334, आईआईटी बॉम्बे से राजदीप मिश्रा 333, आईआईटी बॉम्बे से द्विजा धर्मेशकुमार पटेल को 332, आईआईटी मद्रास के कोदुरी तेजेश्वर को 331, आईआईटी बॉम्बे के ध्रुवी हेमंत दोशी को 329 वहीं आईआईटी मद्रास के अल्लादाबोना एसएसडीबी सिधविक सुहास को 329 नंबर मिले हैं.

वेद लाहोटी ने बताया कि उन्होंने जेईई एडवांस में रिकॉर्ड तोड़ने का दृढ़ निश्चय कर रखा था। इसलिए उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की। वेद लाहोटी शुरुआत से ही पढ़ने के मामले में आगे रहे हैं। उन्होंने 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में 98.6 फीसदी अंक और कक्षा 12 में 97.6 फीसदी अंक प्राप्त किये थे। इससे पहले उन्होंने जेईई मेन एग्जाम में देशभर में 119वीं रैंक हासिल की थी। लेकिन अपने दृण निश्चय और बेहतर तैयारी के दम पर उन्होंने जेईई एडवांस में देशभर में पहली रैंक हासिल कर अपना रोशन किया है।

जेईई एडवांस में पहली रैंक हासिल करने वाले वेद अपना पसंदीदा विषय गणित को मानते हैं। वेद को केवल पढ़ने को शौक है और वे ज्यादातर समय पढ़ाई में ही निकालते हैं। हालांकि वे स्वास्थ्य रहने के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद अवश्य लेते हैं।
वेद मूल रूप से इंदौर के रहने वाले हैं और उन्होंने अपनी तैयारी कोटा में रहकर पूरी की। वेद की मां का नाम जया लाहोटी है जो हाउस वाइफ हैं। उनके पिता का नाम योगेश लाहोटी है और वे प्राइवेट फर्म में कंस्ट्रक्शन मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।

द्विजा के मुताबिक उन्होंने फिजिक्स की तैयारी के लिए NCERT को पढ़ा. जिसके बाद उन्होंने अपने नोट्स तैयार किए और लगातार इन नोट्स को ध्यान में रखा. इसी के साथ उन्होंने पिछले साल के प्रश्न पत्र को भी सॉल्व किया ताकि उन्हें परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी और आइडिया मिल सके. उन्होंने अपने नोट्स तैयार किए और लगातार इन नोट्स को ध्यान में रखा. इसी के साथ उन्होंने पिछले साल के प्रश्न पत्र को भी सॉल्व किया ताकि उन्हें परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी और आइडिया मिल सके.

फिजिक्स और केमिस्ट्री पर उन्होंने खास ध्यान दिया. पेपर सॉल्व करते समय उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कम से कम समय में वो सवाल हल कर सकें. इससे वो अपना समय बचाना चाहती थी और इसी समय को वह मैथ सेक्शन के लिए इस्तेमाल करती थीं. मैथ सेक्शन ज्यादा कठिन होता है यही वजह है कि इसे जल्दबाजी में सॉल्व नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट भी करना बेहद जरूरी होता है.

द्विजा का कहना है कि परीक्षा के समय में घबराने और डरने की जरूरत नहीं है. आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देना चाहिए. उनका मानना है कि घबराने से आपका आत्मविश्वास कम होगा जिसका असर परीक्षा में पड़ेगा. ऐसे में इससे बचना चाहिए और खुद को डिमोटिवेट न होने दें. द्विजा के पिता धर्मेश भाई पेशे से शिक्षक हैं और उनकी मां किरणबेन एक गृहिणी हैं.

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