Date: 10/10/2024, Time:

वैजयंती माला, वेंकैया, चिरंजीवी, मिथुन चक्रवर्ती, उषा उथुप समेत इन हस्तियों को मिला पद्म विभूषण

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नई दिल्ली 26 जनवरी। पूर्व उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू , सामाजिक कार्यकर्ता बिन्देश्वर पाठक (मरणोपरांत), अभिनेत्री वैज्यंती माला , नृत्यांगना पदमा सुब्रमण्यम और अभिनेता कोनिडेला चिरंजीवी को प्रतिष्ठित पद्म विभूषण से सम्मानित किया जायेगा। इस बार पद्मश्री अवॉर्ड की लिस्ट में भारत की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ का भी नाम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाले लोगों को बधाई दी।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरूवार देर रात पद्म पुरस्कारों की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी।

न्यायमूर्ति एम फातिमा बीबी (मरणाेपरांत), अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती , गायिका ऊषा उत्थुप , अभिनेता विजयकांत (मरणोपरांत) और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यब्रत मुखर्जी को पद्म भूषण से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।

सरकार ने दो दिन पहले ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया था।
पद्म पुरस्कार सामाजिक कार्य , लोक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग , व्यापार , उद्योग और साहित्य आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिये जाते हैं। इस बार कुल 132 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा । एक पुरस्कार दो लोगों को संयुक्त रूप से दिया गया है। पुरस्कार पाने वाली हस्तियों में पांच को पद्म विभूषण , 17 को पद्म भूषण और 110 को पद्म श्री से सम्मानित किया जायेगा। इस वर्ष पद्म पुरस्कार पाने वालों में 30 महिलाएं और 8 विदेशी हैं। नौ हस्तियों को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है।

पद्म भूषण से सम्मानित की जाने वाली अन्य हस्तियों में एच एन कामा (साहित्य), सीताराम जिंदल (व्यापार और उद्योग), यंग ली (व्यापार और उद्योग), ए बी मेहता (चिकित्सा), राम नाइक (लोक मामले), तेजस मधुसूदन पटेल (चिकित्सा), ओ राजगोपाल (लोक मामले), दत्तात्रेय अम्बादास मायलो (कला), तोगदन रिनपोछे (अध्यात्म मरणोपरांत),प्यारेलाल शर्मा (कला), चन्द्रवेश्वर प्रसाद ठाकुर (चिकित्सा) और कुंदन व्यास (साहित्य) शामिल हैं।

पद्म श्री पुरस्कार पाने वालों में खलील अहमद (कला), बद्रापन्न एम (कला), कालुराम बमानिया (कला), रिजवान चौधरी बन्नाया (कला), सुश्री नसीम बनो (कला), रामलाल बरेठ (कला), गीता रॉय बर्मन (कला), पार्बती बरुआ ( सामाजिक कार्य), सर्बेस्वर बासुमत्री (कृषि), सोम दत्त बट्टु (कला), सुश्री तकदिरा बेगम (कला) सत्यनारायाण बेलेरी (कृषि), द्रोना भूयान(कला), रोहन मनचंदा बोपन्ना (खेल) श्रीमती रेखा चकमा (कला), नारायण चक्रबर्ती (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग), ए वेलु अनांदा चारी (कला), राम चेत चौधरी ( विज्ञान एवं इंजीनियरिंग), सुश्री के चेल्लाम्मल (कृषि), सुश्री जोेशना चिनप्पा (खेल), सुश्री कार्लेट चोपिन (योग), रघुवीर चौधरी (साहित्य एवं शिक्षा), जॉय डी क्रुज ( साहित्य एवं शिक्षा) गुलाम नबी डार (कला), चित्त रंजन देबबर्मा (आध्यात्मिकता) उदय विश्वनाथ पांडे (खेल), सुश्री प्रेमा धनराज (दवा), राधा कृष्ण धिमान (दवा) मनोहर कृष्ण डोले (दवा), पी एस फिलियोजट (साहित्य एवं शिक्षा), महाबीर सिंह गुड्डु (कला), वाई मनीक्षा इटालिया (दवा), राजाराम जैन (साहित्य एवं शिक्षा), जानकिलाल (कला), रतन कहार (कला), यसवंत सिंह कटोच (साहित्य एवं शिक्षा) शामिल हैं।

पद्म पुरस्कार पाने वाली अन्य हस्तियों में जाहिर आई काज़ी- साहित्य, गौरव खन्ना – खेल , सुरेंद्र किशोर -साहित्य , दसारी कोंडपा – कला, श्रीधर एम कृष्णमूर्ति- साहित्य शिक्षा, सुश्री यमंग जमोह लिपो- कृषि, जॉर्डन लेपचा – कला, सत्येंद्र सिंह लोहिया- खेल, विनोद महाराणा- कला, पूर्णिमा- खेल, उमा महेश्वरी डी- कला, दुखु माझी- सामाजिक कार्य, रामकुमार मलिक- कला, हेमचंद माझी- चिकित्सा, चंद्रशेखर देवराव एम – चिकित्सा, सुरेंद्र मोहन मिश्र (मरणोपरांत) – कला, अली मोहम्मद-गनी मोहम्मद (संयुक्त) – कला, कल्पना मोरपिया – व्यापार और उद्योग, सुश्री चार्मी मुर्मू – सामाजिक कार्य, ससेन्द्रन मुसुवरन – लोक मामले, सुश्री जी नाचियार – चिकित्सा, किरन नादर – कला, पी चितरन नंबूदरीपाद (मरणोपरांत) – साहित्य शिक्षा, नारायण ईपी – कला, शैलेध नायक – विज्ञान एवं इंजिनीरिंग, हरीश नायक(मरणोपरांत) – साहित्य शिक्षा, फ्रेग नेगरिट – साहित्य शिक्षा, हरि ओम – विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, भागवत पधान – कला, सनातन रुद्र पल – कला , शंकर बाबा पुंडलिकराव पापलकर- समाज सेवा, राधेश्याम परीक- मेडिसिन, दयाल मवजी भाई परमार- मेडिसिन, विनोद कुमार पसायत- कला, सिल्बी पाशा-कला, शांति देवी पासवान और शिवन पासवान – कला, संजय अनंत पाटिल- कृषि, मुनि नारायण प्रसाद – साहित्य और शिक्षा, केएस रजन्ना- समाज सेवा, चंद्रशेखर चन्नापाटन राजन्नाचार- मेडिसिन, भगवतीलाल राजपुरोहित- साहित्य और शिक्षा, रोमालो राम – कला, नवजीवन रस्तोगी- साहित्य और शिक्षा, निर्मल ऋषि – कला, प्राण सभरवाल -कला, गद्दाम समैया- कला, संग्थनकीमा – समाज सेवा, मचीहन सासा- कला, ओमप्रकाश शर्मा – कला, एकलव्य शर्मा – विज्ञान और अभियांत्रिकी, राम चंद्र सिहाग- विज्ञान और अभियांत्रिकी, हरविंदर सिंह – खेल, गरबिंदर सिंह- समाज सेवा, गोदावरी सिंह- कला, रवि प्रकाश सिंह – विज्ञान और अभियांत्रिकी, शेसमपट्टी टी शिवलिंगम- कला, सोमन्ना- समाज सेवा, केथावथ सोमलाल- साहित्य और शिक्षा, शशि सोनी – व्यापार और उद्योग, उर्मिला श्रीवास्तव – कला, नेपाल चन्द्र सूत्रधर( मरणोपरांत) – कला, गोपीनाथ स्वैन – कला, लक्ष्मण भट्ट तेलंग – कला, माया टंडन- समाज सेवा, अवस्थी थिरुनलगौरी लक्ष्मीबाई थाम पुरट्टी- साहित्य और शिक्षा, जगदीश लभशंकर त्रिवेदी- कला, सानो बमुजो – समाज सेवा, बालाकृष्णन सदानम पुथिया वीतिल- कला, करेला वितलाचार्य- साहित्य और शिक्षा, किरण व्यास – अन्य -योग, जगेश्वर यादव – समाज सेवा और बाबू राम यादव – कला

क्या है पद्म श्री अवार्ड
पद्मश्री अवार्ड देश का चौथा बड़ा नागरिक सम्मान है। इसके तहत भारत की राष्ट्रपति पद्मश्री अवार्ड पाने वाले लोगों को एक प्रमाण पत्र और एक पदक देंगी। पद्मश्री अवार्ड एक तरह का सम्मान है, जिसमें कोई धनराशि नहीं मिलती है। अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वालों को यह पुरस्कार दिया जाता है।

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