asd डॉ. सरोजिनी अग्रवाल सहित 13 विधान परिषद सदस्यों का 5 मई को कार्यकाल होगा समाप्त, नए एमएलसी का चुनाव 21 को, सरोजिनी हो सकती हैं रिपीट, चारू चौधरी को भी मिल सकता है मौका – tazzakhabar.com
Date: 13/03/2025, Time:

डॉ. सरोजिनी अग्रवाल सहित 13 विधान परिषद सदस्यों का 5 मई को कार्यकाल होगा समाप्त, नए एमएलसी का चुनाव 21 को, सरोजिनी हो सकती हैं रिपीट, चारू चौधरी को भी मिल सकता है मौका

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लखनऊ/मेरठ, 24 फरवरी (विशेष संवाददाता)। 2007 से निरंतर विधान परिषद की सदस्य निर्वाचित हो रही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सरोजिनी अग्रवाल सहित 13 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल आगामी 5 मई को समाप्त हो रहा है। उप्र के निर्वाचन आयुक्त नवदीप रिणवा के अनुसार 21 मार्च को विधान परिषद सदस्यों के लिए मतदान कराया जाएगा। बताते चलें कि जिनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनमें एक सपा और एक बसपा का है लेकिन एमएलसी के निर्वाचन में सपा को फायदा होगा क्योकि उसके तीन उम्मीदवार जीत सकेंगे और चौथे के लिए प्रयास करने में भी वो पीछे नहीं रहेगी। क्योंकि एक एमएलसी को चुनने के लिए 30 मत चाहिए और सपा के पास इस समय 108 वोट बताए जाते हैं। इस हिसात से उसे कुछ ही वोटों की जरूरत पड़ेगी जहां तक भाजपा का मामला है भाजपा भी अपने नौ सदस्य आसान से जीतवा सकती है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करने की अधिसूचना चार मार्च को जारी की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 11 मार्च तय की गई है। 12 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी तथा नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 14 मार्च होगी। 21 मार्च को पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक मतदान होगा तथा उसी दिन ही शाम पांच बजे से मतगणना होगी। 23 मार्च से पहले निर्वाचन संपन्न करा लिया जाएगा।
आगामी पांच मई को विधान परिषद के जिन 13 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें यशवंत सिंह, विजय बहादुर पाठक, विद्यासागर सोनकर, डा. सरोजनी अग्रवाल, अशोक कटारिया, अशोक धवन, बुक्कल नवाब, डा.महेन्द्र सिंह, मोहसिन रजा, निर्मला पासवान, अपना दल(सोनेलाल) के आशीष पटेल और सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, बसपा के भीमराव अम्बेडकर, शामिल हैं। राजनीतिक क्षेत्रों में होने वाली चर्चा अनुसार भाजपा डॉ सरोजिनी अग्रवाल को उनकी लोकप्रियता विश्वसनीयता और जनाधार को ध्यान में रखते हुए पुनः उम्मीदवार बना सकती है। दूसरी तरफ विधानपरिषद के यह चुनाव भाजपा और रालोद के होने जा रहे गठबंधन पर भी प्रभाव डाल सकता है। क्योंकि रालोद मुखिया के पास नौ विधायक हैं। अगर भाजपा ने चाहा तो इस पार्टी का एक सदस्य भी विधान परिषद भी भेज सकती हैं। रालोद का मानना है कि अगर भाजपा रालोद उम्मीदवार को लड़ाती है तो जयंत चौधरी को अपनी पत्नी चारू चौधरी को यह मौका देना चाहिए। प्रस्तुति : अंकित बिश्नोई

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