Date: 10/12/2024, Time:

लड़की ने अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड के 6000 करोड़ रुपए कचरे में फेंके, अब कूड़े का पहाड़ छान रहा शख्स

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नई दिल्ली 29 नवंबर। यूनाइडेट किंगडम के देश वेल्स से एक बेहद चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लड़की ने अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड के 6000 करोड़ रुपए कचरे में फेंक दिए। महिला ने शख्स की हार्ड ड्राइव कचरे में फेंक दी जिसमें 8000 बिटकॉइन थे। इन बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत 569 मिलियन यूरो है (भारतीय रुपयों में लगभग 6000 करोड़ रुपए)। महिला के एक्स ब्वॉयफ्रेंड को जैसे ही इस बात का पता चला उसने अपना आपा खो दिया। क्योंकि फेंके गए हार्ड ड्राइव में उसकी पूरी संपत्ति मौजूद थी। अब ये शख्स डंपिंग यार्ड को छानने की कोशिश कर रहा है, यहां पर कूड़े के पहाड़ जमे हुए हैं, ये शख्स इन पहाड़ों को खोदकर अपनी संपत्ति वापस पाने की कोशिश कर रहा है।

हॉवेल्स ने बताया कि उसकी पूर्व प्रेमिका और उसके दो बच्चों की मां हाफीना एडी-इवांस ने लगभग एक साल पहले जब वो अपने घर की सफाई कर रही थी। तब उसने पुराने बेकार सामान के साथ अपने एक्स की हार्ड ड्राइव एक काली पॉलीथीन में लेजाकर कचरे में फेंक दिया। वहां से ये कचरा न्यूपोर्ट, वेल्स के लैंडफिल में ले जाया गया और यहां पर बने डंपिंग यार्ड में फेंक दिया, यहां पर कचरे के 100,000 टन कचरे के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं। वहीं हाफीना ने कहा कि उसे नहीं पता था कि बैग में उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड की हार्ड डिस्क है, उससे अनजाने में ये हुआ। इसमें उसकी कोई गलती नहीं है।

इधर अब महिला का एक्स ब्वॉयफ्रेंड वेल्स के इस डंपिंग यार्ड पर बने कचरे के पहाड़ को खोदना चाहता है। वो लगातार दावा कर रहा है कि इस कचरे में ढूंढने पर उसे उसकी हार्ड ड्राइव मिल जाएगी, इससे वो अपनी 6 हजार करोड़ की संपत्ति वापस मिल जाएगी। लेकिन न्यूपोर्ट प्रशासन इसकी इजाजत नहीं दे रहा है।

इसे लेकर हॉवेल्स ने न्यूपोर्ट सिटी काउंसिल पर 4,900 करोड़ रुपये (495 मिलियन यूरो) का मुकदमा दायर किया है। हॉवेल्स ने आरोप लगाया है कि प्रशासन उसे लैंडफिल तक जाने की परमिशन नहीं दे रहा है जिससे वो अपनी हार्ड डिस्क ढूंढ नहीं पा रहा है। फॉर्च्यून पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू में हॉवेल्स ने कहा कि बिटकॉइन की कीमत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए उसे इसे जल्द से जल्द खोजना होगा।

दरअसल परिषद् ने कचरे के पहाड़ की खुदाई को अस्वीकार कर दिया है उन्होंने पर्यावरण संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए कहा है कि “हमारे पर्यावरण परमिट के तहत खुदाई संभव नहीं है क्योंकि इस तरह के काम से क्षेत्र पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”

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