Date: 25/10/2024, Time:

लड्डू गोपाल से युवती ने रचाई शादी, सात जन्मों तक साथ निभाने का दिया वचन

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हरदोई 03 जुलाई। आमतौर में शादियों में दूल्हा-दुल्हन होते हैं. दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर आता है. फिर, बड़ी धूमधाम से दोनों की शादी कराई जाती है. ऐसी ही एक शादी कछौना कस्बे के प्रसिद्ध मंदिर में भी हुई. हालांकि यह शादी आम शादियों की तरह होकर भी अनोखी शादी थी. जिस शादी में महूरत के अनुसार दिन भी तय हुआ. दुल्हन के मुंहबोला भाई ने सभी रिश्तेदारों को फोन कर अपनी बहन की शादी में बुलाया भी. सभी मेहमान भी आए, लेकिन किसी को ये पता नहीं था कि दूल्हा कौन हैं. लेकिन, जब सबको पता चला कि दूल्हा कोई आम इंसान नहीं, बल्कि खुद भगवान श्री कृष्ण यानी लड्डू गोपाल हैं, तो सभी हैरान होने के साथ युवती के भक्तिभाव से बेहिसाब प्रेरित हो उठे.

बहन की खुशी के लिए उसके भाई ने उसकी शादी एक अनोखे तरीके से कराई है. इस विवाह को देखने के लिए आम लोग ही नहीं बल्कि साधु-संतों की भीड़ भी उमड़ आई. अनोखी शादी का अद्भुत नजारा देखने के लिए दूर दूर से लोग आए और इस शादी ने इस कलयुग में प्रेम और भक्ति का अनोखा संदेश दिया. दरअसल, ये युवती कथावाचक यूटूबर राधा शास्त्री निवासी छिबरामऊ कन्नौज की रहने वाली है। 24 साल की ग्रेजुएट राधा शात्री ने प्रसिद्ध मंदिर में अपने इष्ट भगवान कन्हैया यानी कान्हा जी के साथ सात फेरे लिए.

राधा इस शादी से बेहद खुश है, वो कहती हैं कि जो सपने उसे रात में आते हैं, आज वो दिन की रोशनी में सच हो रहे हैं. वहीं राधा के मुंहबोला भाई के परिजन भी बेहद खुश हैं. राधा बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण की भक्त रही हैं. वे हर दिन लड्डू गोपाल के साथ लंबा समय गुजारती रही हैं. उन्होंने, अपने परिवार को बता दिया कि वे अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित करेंगी. उन्होंने घर वालों से ये तक कह दिया कि वे केवल मुरलीधर को ही अपना पति बनाएंगी. घर वालों ने जब उनकी इस जिद को पूरा नहीं किया, तो राधा ने अपना परिवार 5 महिने पहले छोड़कर अपने मुंह बोले भाई संजीव यादव पुत्र राकेश चन्द्र यादव निवासी छिबरामऊ कन्नौज के यहां चली गई.राधा एक यूट्यूब चैनल पर कथा वाचक है. हजारों की तादाद में उनके फॉलोअर भी हैं. राधा के मुंह बोले भाई संजीव कुमार यादव जो की पैरा कमांडर के पद पर श्रीनगर में तैनात हैं.

शादी पूरे विधि विधान और जेवरातों के साथ संपन्न हुई. सभी मेहमानों के खाना-पान की व्यवस्था भी कराई गयी. दुल्हन राधा शास्त्री ने बताया, कि मेरा परिवार मैनपुरी में रहता है और मैं कछौना के पास सेमरा गांव में कथा वाचने आई थी. तब से यही कछौना में रह रही थी. मेरे भाई ने कछौना कस्बे में दहेज में प्लाट दिया है, अब मैं अपना जीवन कछौना में अपने कन्हैया के साथ व्यतीत करूंगी.

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