नई दिल्ली 13 फरवरी। दिल्ली के एम्स अस्पताल ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ मिलकर मरीजों के लिए स्मार्ट कार्ड लॉन्च किया है. इस कार्ड को सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने एम्स निदेशक डॉ एम श्रीनिवास और SBI एमडी मनजीत सिंह के साथ मिलकर जारी किया. इस स्मार्ट कार्ड के माध्यम से मरीज कैंटीन से लेकर ओपीडी तक और लैब जांच के लिए भुगतान कर सकेंगे.
एम्स का यह कार्ड यूएचआइडी और आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट नंबर से कनेक्ट होगा। एम्स में इसके लिए काउंटर से यह कार्ड लेने के लिए मरीज को अपना यूएचआइडी नंबर बताना होगा। इस कार्ड को एक्टिव करने के लिए यूएचआइडी से रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी मिलेगा। यह ओटीपी दर्ज करने पर कार्ड इस्तेमाल के लिए एक्टिव हो जाएगा। मरीज अपने इस कार्ड को टॉपअप सकते हैं और बाद में इलाज के दौरान कहीं पर पैसा देना है तो इस कार्ड के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। कार्ड को नकद, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए टॉपअप कराया जा सकता है। एम्स ने अप्रैल तक इस कार्ड के इस्तेमाल शुरू कर पूरी तरह से कैशलेस करने की योजना बनाई है। मरीज के छुट्टी के दौरान अगर कार्ड में पैसा जमा है तो वह उन्हें कार्ड जमा करने के बाद रिफंड मिल जाएगा।
कैसे काम करेगा स्मार्ट कार्ड
AIIMS में मरीज का रजिस्ट्रेशन करते समय उसका एक खास UHID नंबर बनाया जाता है. मरीज को ये UHID स्मार्ट कार्ड काउंटर पर बताना होगा. ये काउंटर मदर एंड चाइल्ड ओपीडी और एम्स स्टाफ कैंटीन में बनाए गए हैं.
मरीज के मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा. इसके बाद उसे कार्ड दे दिया जाएगा. मरीज को इस कार्ड के बदले कोई पैसा नहीं देना होगा. मरीज कार्ड को एम्स में मौजूद अलग अलग काउंटर पर रिचार्ज कर सकता है.
एम्स में काम खत्म होने के बाद मरीज चाहे तो बैलेंस पैसे अपने अकाउंट में या कैश वापस ले सकता है.
12 फरवरी से मरीजों के लिए इस सुविधा को लॉन्च कर दिया गया है. कार्ड का कोई सर्विस चार्ज भी नहीं है. इससे पहले 12 दिसंबर 2023 को इस कार्ड को एम्स स्टाफ के लिए शुरु किया गया था. जल्द ही देश के बाकी एम्स में इस कार्ड को लॉन्च किया जाएगा.