फिलीपींस 31 अगस्त। फिलीपींस में पुलिस ने खुद को ईश्वर पुत्र कहने वाले एक स्वयंभू बाबा के खेल का पर्दाफाश कर दिया है। इस बाबा के कथित आश्रम परिसर में एक गुप्त मार्ग मिला है, जो कथित तौर पर सेक्स स्लेव के लिए बनाए गए तहखाने में जाता था। पुलिस को इस तहखाने में एक भव्य लाउंज मिला है, जिसका दरवाजा ऐसे बनाया गया था, जो दीवार होने का भ्रम पैदा करता था। 75 एकड़ के इस विशाल परिसर के रास्ते एकदम भूलभुलैया की तरह हैं। इस ‘ईश्वर पुत्र’ को गिरफ्तार करने के लिए 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
इस कथित ईश्वर पुत्र का नाम अपोलो क्विबोलोय है, जिसका ताल्लुक फिलीपींस के दावो सिटी से है। इस पर जघन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है। वहीं इसके फॉलोवर्स की संख्या 60 लाख से ज्यादा है। अमेरिका में क्विबोलोय पर धोखाधड़ी और बच्चों की यौन तस्करी में शामिल होने का आरोप है। ‘ईश्वर पुत्र’ का भांडा तब फूटा, जब पुलिस को एक मुखबिर ने सूचना दी। अपोलो क्विबोलोय के परिसर में छापा मारने के बाद पुलिस को ऐसी चीजें मिली हैं, जिससे पता चलता है कि उनका इस्तेमाल सेक्स के लिए गुलाम बनाकर रखी गई महिलाओं को बंदी बनाकर रखने के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने दो महिलाओं को बचाया भी है, जिनके सेक्स स्लेव होने की आशंका है।
पुलिस ने इस बड़े ऑपरेशन के लिए 2000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। एक मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर छापा मारकर पुलिस ने दो महिलाओं को बचाया, जिन्हें कथित तौर पर सेक्स स्लेव के रूप में बंदी बनाकर रखा गया था। इसके अलावा, पुलिस को संदेह है कि परिसर के अंदर और भी कई कट्टरपंथी अनुयायी छिपे हो सकते हैं, जिनका पता लगाने के लिए रडार का भी इस्तेमाल किया गया।
पुलिस द्वारा आश्रम परिसर में छापा मारकर गुप्त मार्ग का पता लगाने के खुलासे पर आतंरिक सचिव बेनहुर अबालोस ने कहा कि सरकार दावो सिटी के इंजीनियरिंग कार्यालय से नक्शा हासिल कर रही है। आश्रम में निर्माण नियमों का उल्लंघन किया गया है।
हालांकि क्विबोलोय ने आरोपों से इनकार किया है। कथित ईश्वर पुत्र ने कहा है कि उनका पीछा करने वाले शैतान के एजेंट हैं। हालांकि ‘ईश्वर पुत्र’ खुद एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है। अपोलो क्विबोलोय किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट चर्च के प्रमुख हैं। ये फिलीपींस स्थित एक रिस्टोरेशनिस्ट ईसाई चर्च है। इसके फॉलोवर्स की संख्या 60 लाख से ज्यादा है।
FBI ने यह भी आरोप लगाया था कि क्विबोलोय ने महिलाओं को निजी सहायक या पादरी के रूप में काम करने के लिए भर्ती किया, जिनसे घर के काम, मसाज, और रात में यौन संबंध बनाने जैसे काम करवाए जाते थे। इसे क्विबोलोय “Night Duty” कहता था।
हालांकि, पुलिस की छापेमारी के बाद क्विबोलोय ने खुद को निर्दोष बताया और कानून का सामना करने की बात कही, लेकिन इसके बाद वह अचानक से गायब हो गया है। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस बीच, क्विबोलोय के समर्थक इस छापेमारी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं, जिसमें अब तक 18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और 6 पुलिस वाले घायल हुए हैं।
क्विबोलोय की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ कार्रवाई ने फिलीपींस और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। कई लोगों के लिए यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि धार्मिक आस्था के नाम पर हो रहे अपराधों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।