एटा 17 जनवरी। यूपी के एटा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने जीते जी अपना क्रिया-कर्म करा लिया और अगले दो दिनों में उसकी सच में मौत हो गई। तेरहवीं में उसने करीब 800 लोगों को निमंत्रण दिया था। इस बात को लेकर वो व्यक्ति खूब चर्चा में रहा था। हालांकि, ये किसी को पता नहीं था कि वो सच में दुनिया को अलविदा कह देगा।
बता दें, एटा के सकीट कस्बा के मुहल्ला मुंशी नगर के रहने वाले बुजुर्ग हाकिम सिंह ने बीते 15 जनवरी को अपना क्रिया-कर्म करवाया, जिसमें उसने करीब 800 लोगों को मृत्युभोज के लिए निमंत्रण दिया था। जानकारी के अनुसार, मृतक ने बिहार की एक युवती से शादी की थी। लेकिन, कुछ समय साथ रहने के बाद उनकी पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई। चूंकि, मृतक की कोई संतान न होने की वजह से घरवालों ने उनकी जमीन और घर पर कब्जा कर लिया, जिसकी वजह से हाकिम बहुत परेशान रहते थे।
तेरहवीं के दौरान हाकिम ने बताया था कि 5 बीघा खेत और मकान के लिए अक्सर उनके भाई भतीजे उनके साथ मारपीट करते हैं। उन्होंने आगे बताया कि ऐसे में भरोसा नहीं था कि मृत्यु होने के बाद वे लोग मेरी तेरहवीं आदि करेंगे या नहीं। इसलिए जीवित ही उन्होंने अपना अंतिम संस्कार करा लिया। और तेहरवीं के तीसरे ही दिन उनकी सच में मौत हो गई। जिसके बाद लोग आश्चर्य में हैं और लोगों का ये भी कहना है कि हाकिम सिंह को पहले ही मृत्यु का आभास हो गया था। शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया है।