नई दिल्ली 03 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत दिवस कहा कि सरकार राजमार्गों पर ट्रक एवं टैक्सी के चालकों के लिए आराम करने की समुचित जगह मुहैया कराने के लिए एक नई योजना पर काम कर रही है. इस योजना के तहत पहले चरण में 1,000 सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे. राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बनने वाले इन सुविधा केंद्रों पर चालकों के लिए विश्राम स्थल, शौचालय और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां ‘भारत मोबिलिटी’ वैश्विक प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए राजमार्गों पर ट्रक एवं टैक्सी चालकों को पेश आने वाली समस्याओं की तरफ उद्योग का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘ड्राइवर परिवहन क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. वे लंबे समय तक वाहन चलाते हैं लेकिन उनके पास आराम करने की सही जगह तक नहीं होती है. उन्हें आराम करने का पर्याप्त समय नहीं मिलता है और इसकी वजह से कभी-कभी सड़क दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ट्रक चालकों और उनके परिवारों की इस चिंता को समझती है. उन्होंने कहा, ‘सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर चालकों के लिए भोजन, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, पार्किंग और आराम की सुविधाओं से लैस आधुनिक इमारतें बनाने की एक ‘नयी योजना’ पर काम चल रहा है.’
मोदी ने कहा कि सरकार इस योजना के पहले चरण में देशभर में ऐसी 1,000 इमारतें बनाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि इस पहल से ट्रक और टैक्सी चालकों को जीवनयापन में आसानी होगी और यात्रा भी सुविधाजनक होगी. इससे उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय पहले ही एक अधिसूचना जारी कर चुका है कि एक अक्टूबर, 2025 के बाद बनने वाले ट्रकों में चालकों के लिए वातानुकूलित केबिन मुहैया कराया जाए. यह कदम ट्रक ड्राइवरों के कामकाजी हालात और समग्र सुरक्षा को बढ़ाने की एक व्यापक पहल का हिस्सा है.