पाकिस्तान 26 दिसंबर। पाकिस्तान के नागरिकों के लिए खाड़ी देशों में यात्रा और रोजगार के अवसरों पर संकट गहरा गया है। संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) और कई अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के 30 शहरों के नागरिकों को वीजा देने से मना कर दिया है और उनके लिए अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस निर्णय ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए इन देशों में यात्रा, काम और बसने के रास्ते को मुश्किल बना दिया है। विशेषकर यू.ए.ई. ने पाकिस्तानियों के वीजा आवेदन के लिए पुलिस द्वारा जारी चरित्र प्रमाण पत्र (सी.सी.पी.) की अनिवार्यता लागू कर दी है, जिससे वीजा प्रक्रिया और भी जटिल हो गई है।
इस वीजा प्रतिबंध के पीछे प्रमुख कारण पाकिस्तान से खाड़ी देशों में अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों की बढ़ती संख्या है। पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान से बड़ी संख्या में लोग खाड़ी देशों में आकर ड्रग तस्करी, मानव तस्करी और भिखारी बनकर बस गए हैं। इन घटनाओं ने खाड़ी देशों को चिंतित कर दिया है और अब उन्होंने इन मुद्दों के समाधान के लिए कड़े कदम उठाए हैं। खासकर सऊदी अरब ने पाकिस्तान को भिखारियों की बढ़ती संख्या को लेकर चेतावनी दी थी। सऊदी अरब और यू.ए.ई. जैसे देशों में पाकिस्तानियों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर थे, क्योंकि इन देशों में लाखों पाकिस्तानी काम करते हैं। लेकिन अब ये देशों की कंपनियां पाकिस्तान से आने वाले श्रमिकों के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट देने लगी हैं। कई खाड़ी देशों की कंपनियों ने अपनी शिकायतों में कहा कि पाकिस्तान से भेजे गए लोग अक्सर नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहते हैं। इस कारण इन देशों ने पाकिस्तान से किसी भी प्रकार के मजदूर या तकनीशियन को काम पर रखने से मना कर दिया है।
इसके अलावा, पाकिस्तानी पासपोर्ट की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार खराब छवि बनी हुई है। पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया में सबसे खराब पासपोर्टों की सूची में लगातार तीसरे वर्ष चौथे स्थान पर बना हुआ है। इसका मतलब है कि पाकिस्तानियों के लिए अन्य देशों में यात्रा करना और वीजा प्राप्त करना और भी कठिन हो गया है। यह स्थिति पाकिस्तान के नागरिकों को खाड़ी देशों में वीजा मिलने के अवसरों को और भी घटा देती है।
बता दें, यूएई में पाकिस्तानियों के जरिए भीख मांगने के मामले काफी आते हैं, जिसको लेकर मुल्क ने फिक्र का इजहार किया था. इसके साथ ही रैश ड्राइविंग के मामलों में भी अकसर पाकिस्ताी शामिल होते हैं. इन दोनों चीजों से इस्लामिक मुल्क काफी परेशान है.
प्रवासी पाकिस्तानी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अरशद महमूद का कहना है कि स्किल लेबर को वीजा जारी करने पर कोई रोक नहीं है, हालांकि, उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि अनस्किल लेबर की मांग में गिरावट आई है.