Date: 03/10/2024, Time:

मायावती का अपने जन्‍मदिन पर बड़ा ऐलान- अकेले लड़ूंगी, अखिलेश को बताया ‘गिरगिट’ 

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लखनऊ 15 जनवरी। अपने 68वें जन्‍मदिन पर आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा एलान किया है। पार्टी दफ्तर पर आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में उन्‍होंने आगामी लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया। इस मौके पर उन्‍होंने अपने पुराने सहयोगी सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पर करारा हमला किया। उन्‍होंने कहा कि अखिलेश यादव गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं। इनसे बचकर रहना चाहिए। मेरे संन्यास की अफवाह फैलाई जा रही है। मैं अभी संन्यास लेने वाली नहीं हूं। मैं अंतिम समय तक पार्टी के लिए काम करती रहूंगी।

मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि मुफ्त राशन देकर जनता को गुलाम बनाने की साजिश की जा रही है। हमारी पिछली सरकारों के दौरान हमने सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय के लिए काम किया। हमारे बाद आईं सरकारें हमारी योजनाओं की नकल करके लोगों को भुनाने में लगी हैं। इसके बावजूद जातिवादी, पूंजीवादी और संकीर्ण सोच की वजह से लोगों को इन योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।

बसपा प्रमुख ने अपने जन्‍मदिन पर सभी लोगों को नए साल की बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि बसपा सरकार ने सभी वर्गों के लिए काम किया। बेरोजगारों, युवाओं और महिलाओं के लिए काम किया। हमारी सरकार जनहित के फैसले लेती थी। मायावती ने कहा कि रोजगार के साधन देने के बजाय फ्री में थोड़ा सा राशन देकर लोगों को मोहताज बनाया जा रहा है जबकि अपनी सरकार के दौरान हमने वर्तमान सरकारों की तरह लोगों को मोहताज नहीं बनाया। हमने सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में रोजगार के साधन दिए।

मायावती ने गठबंधन में शामिल होने को लेकर भी अपना रुख स्‍पष्‍ट किया। उन्‍होंने कहा कि गठबंधन करने से पार्टी को फायदा कम और नुकसान ज्‍यादा होता है। हमार वोट प्रतिशत घट जाता है और अन्‍य दलों को फायदा पहुंच जाता है। इसलिए ज्‍यादातर दल बसपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ना चाहते हैं। हमारी पार्टी इस लोकसभा चुनाव में अकेले लड़कर बेहतर नतीजे लाएगी। हम इसलिए अकेले लड़ते हैं क्‍योंकि इसका सर्वोच्‍च नेतृत्‍व एक दलित के हाथ है। गठबंधन करके बीएसपी का पूरा वोट गठबंधन की पार्टी को चला जाता है जबकि उस गठबंधन का वोट विशेषकर अपर कास्‍ट वोट बसपा को नहीं मिलता है। मायावती ने कहा कि बसपा यूपी विधानसभा चुनाव भी अकेले लड़ चुकी है। बीएसपी किसी को फ्री में समर्थन नहीं देगी लेकिन चुनाव के बाद गठबंधन के बारे में वह विचार कर सकती है। माया ने कहा कि हमारी पार्टी दलितों, आदिवासियों, अति पिछड़े मुस्लिमों और अल्‍पसंख्‍यकों के दम पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

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