Date: 10/10/2024, Time:

प्राण प्रतिष्ठा समारोह, देशभर में चला मोदी का जादू, सराहनीय रही सुरक्षा व्यवस्था

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लगभग 150 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले अपने देश में रोज ही कुछ ना कुछ छोटा बड़ा बवाल किसी ना किसी मुददे को लेकर होता ही रहता है। इससे संबंध खबरें भी पढ़ने सुनने को मिलती है। ऐसे में यह बड़ी प्रशंसा की बात है कि रामनगरी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 22 जनवरी को देश में छोटी झड़पों और घटनाआंें के अलावा कहीं से कोई विवाद की खबर सुनने पढ़ने को नहीं मिली। जो अपने आप में नागरिकों में इस शुभ अवसर के लिए उत्साह का प्रतीक तो कही ही जा सकती है। भगवान राम के प्रति आस्था और श्रद्धा किस हद तक नागरिकों में व्याप्त है उसका प्रमाण भी है। चारों तरफ राम ही राम नजर आ रहा था। इस पावन बेला पर पूरे देश में पुलिस और प्रशासन द्वारा जो व्यस्थाएं की गई थी। उसकी प्रशंसा जितनी की जाए वो कम है। धार्मिक स्थानों मंदिरों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था होेने की खबरें मिली। सबसे अच्छी यह बात थी कि पुलिस प्रशासनिक अफसरों ने मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था कर अपनी जागरूकता का परिचय दिया। इसके लिए समस्त पुलिस प्रशासनिक और उन नागरिकों को बहुत बहुत बधाई जिन्होंने इस अपूर्व उल्लास के अवसर पर व्यवस्थाएं बनाने में अपना योगदान दिया। उन सहित हर नागरिक है बधाई का पात्र क्योंकि किसी की बुद्धि विपरित होती तो कुछ भी हो सकता था इस बात से इनकार नहीं कर सकते। लेकिन एक बात विशेष रूप से नहीं कही जाएगी तो वो सही नहीं लगेगा। 2020 में कोरोना के शुरूआती दौर में पीएम मोदी द्वारा पहले कुछ घंटे का घर से निकलने पर प्रतिबंध फिर कुछ दिन का इसी क्रम में कई महीने का आवागमन प्रतिबंधित किया। ज्यादातर आबादी ने उसे माना भी और अब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक दुनिया के सभी देशों में रहने वाले भारतवंशियों ने जिस प्रकार से राम मंदिर निर्माण समिति के आहवान और पीएम मोदी के संदेश को आत्मसात कर आस्था विश्वास से परिपूर्ण उत्सव मनाया उसे देखकर यह तो कह ही सकते हैं कि चुनावी राजनीति में कुछ भी होता हो लेकिन वर्तमान में वाकई में पीएम मोदी का जादू सिर चढ़कर बोला और यह सब कोई तपस्वी व्यक्तित्व के स्वामी के कहने पर ही हो सकता है। जिसके लिए पीएम मोदी को भी बधाई कि उन्होंने 500 साल के संघर्षो का सपना ही पूरा नहीं किया हमारी आस्था को भी पूर्ण रूप दिया।
स्वच्छता, खाने और रहने की दरें हो तय
मोदी जी अयोध्या विश्व की प्रमुख नगरों में शामिल होने जा रही है। इसके रखरखाव के लिए भी बड़ा बजट निर्धारित हो रहा है। लेकिन एक आग्रह जरूर है कि मंदिर समिति अथवा प्रशासन के माध्यम से यह व्यवस्था जरूर कराई जाए कि एक तो धार्मिक स्थान राम मंदिर सहित मंदिरों में स्वच्छता देखने को मिले इसलिए ऐसी योजना बने कि हमेशा साफ सफाई ही देखने को मिले। कहीं गंदगी मंदिर परिसर में नजर ना आए। दूसरे जिस प्रकार से कुछ धार्मिक स्थलों पर भक्तों को विभिन्न बातों के चक्रव्यूह में फंसाकर उनसे जो दान के रूप में वसूली की कोशिश की जाती है उस पर यहां रोक लगे। अपनी श्रद्धा से जो जितना दे वो ठीक है। मनमाफिक दान पाने के लिए किसी का आर्थिक उत्पीड़न लोग ना कर पाए यह व्यवस्था अत्यंत जरूर हो। क्योंकि अमीर देशों से लेकर इस आस्था के स्थल पर आदिवासी और गरीब नागरिक भी पहंुचेंगे। आज से मंदिर का द्वार दर्शनों के लिए खुल जाएगा। तो भक्तों की भीड़ ही आनी शुरू होगी ही इसे ध्यान रखते हुए यहां होटल सराय और ठहरने के स्थानों पर कमरों की दरें तय कर उनके चार्ट मुख्य द्वारों पर लगवाए जाएं और खाने पीने की दरें निर्धारित हो क्येांकि लोग प्रसाद तो खाते हैं लेकिन पूर्ण भोजन भंडारों में नहीं करते। किसी को भी ऐसा ना लगे कि भगवान के दर्शन उसकी परेशानी का कारण बन गए। कहने का मतलब है कि जिस प्रकार से यह नगरी बनी है उसी प्रकार से हर क्षेत्र में अयोध्या का नाम लिया जाए और लगे कि यह भगवान राम की नगरी है और यहां उनकी प्रेरणा से वो सभी काम होते हैं जो जनसुखाय ओर मनसुखाय हो।

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