कैंट से बागपत रोड जाने वाले यात्रियों को होने वाली समस्या से कोई भी नागरिक अवगत नहीं है। इसलिए पिछले कई वर्षों से रेलवे रोड से बागपत रोड लिंक मार्ग की मांग आसपास की कालोनी निवासी कर रहे थे। कई साल तक मामला मेरठ विकास प्राधिकरण की फाइल में अटका रहा लेकिन नागरिकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्यसभा सांसद और जुझारू भाजपा नेता डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने एक दिन मेडा कार्यालय में पहुंचकर जो प्रयास किया जो वहां आठ साल से घूम रही फाइल अनुमति के लिए आगे सरक गई। सांसद राजेंद्र अग्रवाल कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी इस मुददे पर डॉक्टर वाजपेयी के प्रयासों को आगे बढ़़ाया और देर सवेर लिंक मार्ग की अनुमति मिल गई। पिछले दस साल से जिस जगह पर जैन नगर की फार्म वाली गली के पीछे लिंग मार्ग बनाने की मांग मेरे द्वारा की जा रही थी उसी स्थान पर काम शुरू हुआ। सब जानते हैं कि इसके बनने से बेगमपुल से अमर उजाला फलाईओवर तक वाहनों का दबाव इस रोड पर कम होगा। और पेट्रोल डीजल और समय की बचत होगी। पिछले कुछ दिनों से लिंक रोड के रास्ते में फार्म वाली गली के कुछ निवासियों के कई प्रकार के ऐतराज उठाने की कोशिश की गई है जो मुझे लगता है कि सही नहीं है। जो गली में नाले की किनारे की सरकारी जमीन दबाई गई है उसे खाली करने में कब्जा करने वालों को देर नहीं लगानी चाहिए क्येांकि लिंक रोड ऐसा मुददा है जिससे हजारों नागरिक भावनात्मक रूप से जुड़े हैं और अब सरकार भी इस काम को पूरा कराना चाहती है। इसलिए अब शायद रूक नहीं सकता। अच्छा यही है कि अब तक कई दशक से मुफ्त का चंदन घिस मेरे नंदन वाली कहावत के अनुसार जो करोड़ों की जमीन का उपयोग कुछ लोग कर रहे थे उन्हें इस निर्माण को खुद ही हटा देना चाहिए। क्योंकि लिंक मार्ग उनके लिए भी फायदेमंद है। आवागमन बढ़ेगा तो कुछ लोग व्यापार भी कर सकते हैं। आवागमन को सरल बनाने के लिए फार्म वाली गली में जो अवरोधक बनाया गया है उसे हटाकर यहां का रास्ता खुलना चाहिए।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
सरकारी जमीन दबाने वाले लिंक रोड में बाधा ना ही बने तो अच्छा है जनहित में जितना जल्दी निर्माण हो वो ही ठीक है! खुलना चाहिए फार्म वाली गली का रास्ता भी
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