नोएडा 27 मई। भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की डिप्टी मैनेजर की आत्महत्या के मामले में रविवार को पुलिस ने आरोपी आइआरएस अधिकारी सौरभ मीणा को गिरफ्तार कर लिया। सेक्टर 100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में शनिवार को आरोपी के फ्लैट में डिप्टी मैनेजर (एचआर) शिल्पा गौतम (37) का शव फंदे से लटकता हुआ मिला था। पिता ने सौरभ पर हत्या के बाद शव को फंदे से लटकाने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-39 थाने में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार, पिता ओपी गौतम का आरोप है कि सौरभ और शिल्पा तीन साल से रिश्ते में थे। सौरभ ने शादी का झांसा देकर शिल्पा को भरोसे में लिया हुआ था। शिल्पा से अक्सर मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया जाता था। शिल्पा की सहेली के जरिये उन्हें पता चला कि शिल्पा फ्लैट में मृत पड़ी है। इसके बाद पुलिस को दी शिकायत में पिता ने सौरभ पर हत्या का आरोप लगाया।
आरोप के आधार पर सौरभ के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की गई और रविवार को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है। शिल्पा और सौरभ के मोबाइल की भी जांच की जा रही है। इसके अलावा सोसाइटी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
साल 2016 बैच के अधिकारी सौरभ वर्तमान में वित्त मंत्रालय के अधीन आयकर विभाग में डिप्टी कमिश्नर हैं। साल 2014 में उनका चयन आईपीएस में भी हुआ था। उन्होंने एनआईटी त्रिची से बीटेक और आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है।
पुलिस के मुताबिक, जिस समय घटना हुई सौरभ भी फ्लैट में थे। सौरभ ने पुलिस को बताया था कि शिल्पा ने एक कमरे में खुद को बंदकर आत्महत्या की है। सोसाइटी के सुरक्षा गार्डों ने जब कमरे का दरवाजा तोड़ा तो आत्महत्या की जानकारी हुई। पिता का आरोप है कि शिल्पा और सौरभ की मुलाकात डेटिंग एप से हुई थी। जल्द ही मुलाकात नजदीकियों में बदल गई और सौरभ ने शादी करने का वादा किया था। काफी दिनों के बाद जब सौरभ पर शादी का दबाव बनाया गया तो उन्होंने बेटी की हत्या कर दी। शनिवार शाम करीब 4 बजे टावर नंबर-8 के फ्लैट में पुलिस को शिल्पा की आत्महत्या की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में फंदे से शिल्पा लटकी हुई थी।