बिजनौर 15 अप्रैल। हरियाणा के रोहतक जिले की टीम ने एक गर्भवती महिला को फर्जी ग्राहक के तौर पर बिजनौर में विदुर कुटी रोड स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण के खेल का राजफाश किया।
महिला की भ्रूण जांच के बाद रोहतक और सोनीपत की संयुक्त टीम ने अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक, किशोर समेत तीन को मौके से पकड़ लिया। स्थानीय नोडल अफसर पीसीपीएनडीटी ने अल्ट्रासाउंड संचालक, सोनीपत की एक महिला डॉक्टर, उसका कार चालक, बिचौलिया महिला, उसका नाबालिग बेटा और भ्रूण जांच कराने वाली एक महिला के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
अल्ट्रासाउंड संचालक, कार चालक और महिला के नाबालिग बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें थाने से जमानत दे दी गई। सोनीपत की महिला डॉक्टर बिजनौर की एक महिला माध्यम से ग्राहकों को अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भेजती थी।
पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी केके राहुल की ओर से शहर कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के रोहतक के सिविल सर्जन कार्यालय को गुप्त सूचना मिली थी, कि रोहतक की गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर में अल्ट्रासाउंड से की जा रही है।
इस काम में सोनीपत के खरखौदा की डा. तमन्ना की मुख्य भूमिका है। पूरी जानकारी के बाद विश्वजीत राठी नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी रोहतक और रंजीत के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम की ओर से एक गर्भवती महिला की तलाश की।
गर्भवती महिला को फर्जी ग्राहक बनकर हरियाणा के सोनीपत की खरखौदा की डाॅ. तमन्ना के मिलवाया। तमन्ना के माध्यम से बिजनौर निवासी दलाल महिला सुमन से संपर्क किया।
दलाल महिला ने 20 हजार रुपये में भ्रूण लिंग परीक्षण कराना तय किए रुपये लिफाफे में रख कर टीम के आपरेशन में शामिल महिला को एक लिफाफे में दिए गए थे। डा. तमन्ना की ओर से रविवार सुबह एक इको गाड़ी में साहिल निवासी खांडा तहसील खरखौदा हरियाणा के साथ फर्जी ग्राहक महिला अल्ट्रासाउंड कराने लिए बिजनौर भेजा दिया।
बिजनौर आने पर शक्ति चौक पर साहिल ने गाड़ी की पार्किंग लाइट जलाकर इशारा दिया गया। इस पर दलाल महिला सुमन का 15 वर्षीय बेटा आकर गाड़ी में बैठ गया। साहिल की कार के डेशबोर्ड में 20 हजार रुपये का लिफाफा किशोर ने ले लिया।
इसके बाद सभी विदुर कुटी रोड बिजनौर स्थित रायल आरजे अस्पताल पहुंच गए। बिना दस्तावेज या पहचान पत्र लिए सीधे भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए अल्ट्रासाउंड वाले कमरे में गर्भवती महिला ले गए। जहां पर सेंटर के अल्ट्रासाउंड संचालक डा. मसूद जावेद सिद्दीकी ने गर्भवती महिला की भ्रूण लिंग जांच की।
जांच में पूरी तरह पुष्टि नहीं होने पर दोबारा महिला को बुलाया। इसके लिए 28 अप्रैल को फिर से आने दिन तय किया। इस दौरान टीम बाहर इंजातर में बैठी हुई थी। स्थानीय टीम को भी बुला लिया गया था। फर्जी ग्राहक बनी गर्भवती महिला बाहर आकर टीम को इशारा किया। तभी संयुक्त टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर में घुस गई।
टीम ने सेंटर संचालक डा. मसूद जावेद, कार चालक और दलाल महिला के नाबालिग बेटे को हिरासत में ले लिया। नाबलिग से 14 हजार रुपए, डा. मसूद जावेद के पास से पांच हजार रुपए व साहिल की पैंट से डेढ़ हजार रुपए बरामद किए गए।
बिजनौर के पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी केके राहुल ने अल्ट्रासाउंड संचालक डा. मसूद जावेद, दलाल महिला सुमन, उसका नाबालिग बेटा निवासी बिजनौर, डा. तमन्ना निवासी भारद्वाज नर्सिंग होम खरखौदा जिला सोनीपत, साहिल पुत्र सतीश निवासी खांडा थाना खरखौदा सोनीपत व दिव्या निवासी गांव सांपला जिला रोहतक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।