लखनऊ 01 मार्च। आगरा के स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (कॉपरेटिव) में तैनात डीएसपी लक्ष्मी सिंह पर लखनऊ के थाना सुशांत सिटी में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि लक्ष्मी सिंह ने झूठा सर्टिफिकेट लगाकर इंस्पेक्टर से डीएसपी पद पर प्रमोशन पाया था। सीबीसीआईडी की जांच में पता चला कि लक्ष्मी सिंह ने कोर्ट ऑर्डर के कई तथ्य छुपाकर प्रमोशन पाया था।
पुलिस मुख्यालय स्थित अपराध अनुसंधान विभाग में तैनात उपनिरीक्षक (लिपिक) महेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार को कासगंज जनपद के हथौडावन, थाना पटियाली की रहने वाली डीएसपी लक्ष्मी सिंह चौहान के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने व झूठा शपथपत्र देने के आरोप में केस दर्ज कराया है। एफआईआर के मुताबिक लक्ष्मी सिंह चौहान ने इंस्पेक्टर से डिप्टी एसपी पद पर पदोन्नति के लिए आठ जून 2023 और 14 जून 2023 को शपथपत्र दाखिल किए थे। इन दोनों शपथपत्र के आधार पर उनके दस्तावेज एडीजी प्रशासन के दफ्तर भेज दिए गए। इसके बाद लक्ष्मी सिंह चौहान को डिप्टी एसपी के पद पर पदोन्नति मिल गई। बाद में दस्तावेज व शपथपत्र की जांच कराने पर पता चला कि लक्ष्मी सिंह चौहान ने अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे से संबंधित कोर्ट के आदेश और तथ्यों को छिपाते हुए गलत जानकारी देकर धोखाधड़ी से डिप्टी एसपी के पद पर पदोन्नति हासिल की है।
एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने बताया कि सुशांत गोल्फ सिटी थाने में लक्ष्मी सिंह चौहान के खिलाफ दर्ज एफआईआर की विवेचना उपनिरीक्षक धीरेंद्र प्रताप सिंह को दी गई है। जांच की जा रही है।
बताते चले कि गाजियाबाद के साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र स्थित सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी एटीएम में कैश लोड करने का काम करती है। कंपनी ने गाजियाबाद के लिंक रोड थाने में वर्ष 2019 कैश कस्टोडियन एजेंट राजीव सचान के खिलाफ गबन का मामला दर्ज कराया था। गाजियाबाद के लिंक रोड थाने की तत्कालीन इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान ने पुलिस टीम के साथ राजीव सचान को साथी आमिर के साथ गिरफ्तार कर करोड़ों रुपये बरामद किए थे। लेकिन इस बीच नोटों से भरा एक बैग गायब हो गया था। थाने की लिखापढ़ी में महज 45 लाख 81 हजार 500 रुपये की बरामदगी ही दिखाई गई थी। उस मामले में आईजी रेंज आलोक सिंह के निर्देश पर इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान, दरोगा नवीन कुमार, सिपाही बच्चू सिंह, फराज खान, धीरज भारद्वाज, सौरभ शर्मा और सचिन कुमार के खिलाफ 25 सितंबर 2019 को लिंक रोड थाने में केस दर्ज किया गया था।