चित्रकूट 15 फरवरी। धर्मनगरी चित्रकूट में बुंदेलखंड गौरव महोत्सव में आतिशबाजी प्रोग्राम के पहले हुए विस्फोट से चार मासूमों की मौत हो गई. चारों मृतकों की शिनाख्त हो गई है. चारों मृतक बछरन निवासी हाल मुकाम कर्वी माफी धर्मेंद्र सिंह का पुत्र प्रभात (12) कक्षा छह, कर्वी माफी निवासी विश्वप्रताप मिश्रा का पुत्र यश (11) कक्षा छह, हंसराज शर्मा का पुत्र पारस (10) कक्षा पांच व मुकेश वर्मा का पुत्र मोहित (14) कक्षा आठ के छात्र थे। चारों दोस्त थे। परिजनों को बच्चों की मौत की खबर मिलते ही उनके घरों में मातम का माहौल छा गया. जिसके बाद पीड़ित परिजन अपने बच्चों को देखने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा.
पीड़ित परिजनों ने आयोजक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है और इस घटना में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग को लेकर हंगामा करते रहे. वहीं पूरे क्षेत्र को प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया और पीड़ित परिजनों को समझने में जुटे रहे. परिजनों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से उनके बच्चों की मौत हुई है, जिस तरह स्कूल के अंदर इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ लगाए गए थे, आखिर स्कूल के अंदर विस्फोटक पदार्थ लगाने की किसने परमिशन दी थी. विस्फोटक पदार्थ लगाने के बाद उस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के क्यों इंतजाम नहीं किए गए थे.
आपको बता दें कि पर्यटन विभाग द्वारा चित्रकूट में बुंदेलखंड गौरव महोत्सव मनाया जा रहा था, जिसमें बुधवार को दूसरे दिन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से विस्फोटक पदार्थ लगाकर आतिशबाजी की जानी थी. इसके पहले विस्फोट होने से चार मासूमों की मौत हो गई. उधर इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है. साथ ही घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है.
बुंदेलखंड गौरव महोत्सव दो दिन बाद बांदा में आयोजित होना था। इससे पहले हमीरपुर और महोबा में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इन स्थानों पर हुई आतिशबाजी के रंगीन व आकर्षक नजारे को लोगों ने टीवी, मोबाइल पर देखा था। वहां बारिश भी हुई, लेकिन कार्यक्रम सफलतापूर्वक हुआ। सभी चित्रकूट में भी इसी तरह की आतिशबाजी की उम्मीद लगाए थे लेकिन यहां तो कुछ ही होना था। ऐसे में सवाल यह भी है कि बारिश के बाद चित्रकूट कार्यक्रम स्थल पर ऐसी क्या लापरवाही हुई, जिससे दर्दनाक हादसा हुआ।