Date: 16/09/2024, Time:

सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में ठेकेदार समेत दो पर एफआईआर

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मुंबई 27 अगस्त। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के एक किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को लेकर राज्य में सियासी पारा हाई हो गया है। विपक्ष समेत लोगों में इसे लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है। छत्रपति शिवाजी को लेकर सरकार के कामकाज पर भी सवाल किए जा रहे है। इस बीच, सिंधुदुर्ग पुलिस ने मामले को लेकर दो लोगों को खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस ने प्रतिमा बनाने वाले ठेकेदार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

छत्रपति शिवाजी महाराज के मुर्ति गिरने के मामले को लेकर दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109, 110, 125, 318 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। सिंधुदुर्ग पुलिस ने जिन लोगों पर केस दर्ज किया है, उनकी ही कंपनियों को शिवाजी महाराज की मुर्ति बनाने का काम दिया गया था। सूबे के सीएम एकनाथ शिंदे मामले के जांच के आदेश दिए है और कहा है कि शिवाजी महाराज की मुर्ति फिर से स्थापित की जाएगी।

भारतीय नौसेना ने छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसका अनावरण पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। नौसेना ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि उसने “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” के कारणों की तुरंत जांच और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत व पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने की खातिर एक टीम तैनात की है।

बयान में कहा गया है, “भारतीय नौसेना सिंधुदुर्ग के निवासियों को 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर समर्पित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की क्षति पर गहरी चिंता व्यक्त करती है।
बयान में कहा गया है, “नौसेना ने राज्य सरकार और संबंधित विशेषज्ञों के साथ, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण की तत्काल जांच करने और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत और पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने की खातिर एक टीम तैनात की है।”

बता दें कि सिंधुदुर्ग जिले के एक किले में मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को ढह गई। इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। लेकिन महज 8 महीने पहली प्रतिमा ढहने को लेकर लोगों में आक्रोश नजर आ रहा है।
वहीं यूबीटी शिवसेना के विधायक आदित्य ठाकरे ने इसके लिए भाजपा के अहंकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, ‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे जो कि हमारे और पूरे महाराष्ट्र के आदर्श हैं। मालवन में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा, जिसे चुनावों को देखते हुए जल्दबाजी में बनाया गया था और मोदी जी द्वारा उद्घाटन किया गया था, आज केवल आठ महीनों में ढह गई।’

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