खनौरी (संगरूर) 30 दिसंबर। किसानों की मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर 34 दिनों से अनशन कर रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में सोमवार को पंजाब बंद का एलान किया है। किसान फसलों की MSP पर गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। किसानों ने सुबह 7 बजे हाईवे बंद कर दिए। अमृतसर-दिल्ली और जालंधर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर किसान बैठ गए हैं। फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम संजय साहू ने बताया कि किसानों ने बंद की सूचना रेलवे को दी है जिसके बाद वंदे भारत, शताब्दी एक्सप्रेस सहित 108 ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं। बंद की वजह से रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, राज्य के कई हिस्सों में व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. किसानों ने बंद के आह्वान के तहत विभिन्न सड़कों पर धरना दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ.
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि इमरजेंसी और अन्य आवश्यक सर्विस को चालू रहने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे पर फ्लाइट पकड़ने, नौकरी के लिए इंटरव्यू देने या शादी में शामिल होने के लिए आने वाले लोगों को जाने की अनुमति दी जाएगी.पंधेर ने दावा किया, “सभी प्रतिष्ठान बंद हैं. पंजाबियों ने आज अपनी एकता दिखाई है और वे पूरा समर्थन दे रहे हैं.” उन्होंने कहा, “हम एक सफल बंद देख रहे हैं. ट्रेन सेवाएं भी पूरी तरह से निलंबित हैं और कोई भी ट्रेन पंजाब में प्रवेश नहीं कर रही है.
वहीं पंजाब में 200 जगह सड़कें जाम हैं. जालंधर-दिल्ली नेशनल हाईवे और अमृतसर-दिल्ली हवाई पर किसान बैठे हुए हैं. मोहाली में एयरपोर्ट रोड ब्लॉक कर दिया गया है. कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पंजाब के मोहाली जिले में लगभग 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है.
किसानों के बंद के एलान को एसजीपीसी समेत कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन दिया है। एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंंदर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों की जायज मांगें प्राथमिकता के आधार पर स्वीकार करनी चाहिए।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “केंद्र सरकार को अपनी पुरानी जिद छोड़ देनी चाहिए और किसान संगठनों से बातचीत का रास्ता खोलना चाहिए… कबूतर के आंख मारने से बिल्ली नहीं भागती.. पता नहीं केंद्र सरकार अब कौन सा प्रायश्चित कर रही है?? अगर पीए मोदी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोक सकते हैं, तो क्या वे 200 किलोमीटर दूर बैठे अन्नदाताओं से बात नहीं कर सकते? किस समय का इंतजार कर रहे हो..?”
बता दें कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर सैकड़ों किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच, 70 वर्षीय किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की भूख हड़ताल सोमवार को 35वें दिन में प्रवेश कर गई.दल्लेवाल ने पहले कहा था कि जब तक सरकार किसानों की मांगों पर सहमत नहीं हो जाती, तब तक वह अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को दल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया है, साथ ही राज्य को जरूरत पड़ने पर केंद्र से सहायता लेने की स्वतंत्रता दी है. बता दें कि SKM (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे, तभी सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद किसानों ने पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाला लिया.