नई दिल्ली 01 फरवरी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान को केवल चार दिन शेष बचे हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर सियासी घमासान मचा दिया। वहीं एक अन्य विधायक के इस्तीफे को लेकर भी चर्चा चल रही है। सभी ने पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। जबकि आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि इन विधायकों पर भाजपा और कांग्रेस ने दबाव बनाया है। इन सभी विधायकों को चुनाव में टिकट नहीं मिली। ऐसे ही अन्य दो विधायकों ने पार्टी के साथ खड़े रहने का दावा किया।
इन 8 विधायकों ने AAP से दिया इस्तीफा
1. जनकपुरी विधायक राजेश ऋषि
2. महरौली विधायक नरेश यादव
3. पालम विधायक भावना गौड़
4. त्रिलोकपुरी विधायक रोहित महरौलिया
5. बिजवासन विधायक बीएस जून
6. कस्तूरबा नगर विधायक मदन लाल
7. आदर्श नगर विधायक पवन शर्मा
8. मादीपुर विधायक गिरीश सोनी ने दिया इस्तीफा
विधायकों ने ये बताई इस्तीफे की वजह
1. नरेश यादव, महरौली: सीट से विधायक रहे यादव ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि AAP ने भ्रष्टाचारियों को ही पार्टी में शामिल कर लिया है।
2. पवन शर्मा, आदर्श नगर: आम आदमी पार्टी जिस विचारधारा पर बनी थी, उस विचारधारा से भटक चुकी है। AAP की दुर्दशा देख कर मन बहुत दुखी है।
3. भूपेंदर सिंह जून, बिजवासन: आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापन जिन मूल्यों पर की गई थी, अब उन नैतिक मानदंडों की घोर उपेक्षा चिंताजनक है। पार्टी ने आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया।
4. मदनलाल, कस्तूरबा नगर: मेरा आम आदमी पार्टी से भरोसा पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।
5. रोहित मेहरौलिया, त्रिलोकपुरी: जिन्हें बाबासाहब अंबेडकर की केवल फोटो चाहिए, उनके विचार नहीं, ऐसे मौका-परस्त और बनावटी लोगों से आज से मेरा नाता खत्म। मैं AAP की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।
6. राजेश ऋषि, जनकपुरी: AAP भ्रष्टाचार मुक्त शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर आधारित थी। पार्टी से मैंने इन मूल्यों से एक महत्वपूर्ण दूरी देखी है। पार्टी करप्शन और भाई-भतीजावाद का कटोरा बन गई है।
7. भावना गौड़, पालम: मेरा पार्टी से विश्वास पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।
8. गिरीश सोनी: मेरा मानना है कि पार्टी अपने मूल सिद्धांत से भटक गई है। अब इसकी दिशा उन लक्ष्यों और मूल्यों की ओर नहीं है, जिन्हें मैंने हमेशा बनाए रखा है।
आम आदमी पार्टी को जोर का झटका!
दिल्ली चुनाव के बीच अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी में विधायकों के इस्तीफे की मानो झड़ी लग गई है। 8 विधायकों के पार्टी और विधायक पद से इस्तीफे देने की वजह से आम आदमी पार्टी और खासकर अरविंद केजरीवाल की टेंशन बढ़ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्षी पार्टियां अब इस मुद्दे को उठाएंगी। वहीं विधायकों के अलग होने से उन सीटों पर पार्टी को थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
बताते चले कि दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है।