पेशावर 12 मार्च। पाकितान के खैबर पख्तूख्वा प्रांत में स्थित दिग्गज अभिनेता दिवंगत दिलीप कुमार का पुश्तैनी मकान हाल की बारिश में क्षतिग्रस्त होने से ढहने की कगार पर है। मूसलाधार बारिश ने मकान के नवीनीकरण के खैबर पख्तूनख्वां पुरालेख विभाग (केपीके) के दावों की पोल खोल दी है।
इस मकान को 13 जुलाई, 2014 को तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित किया था।
बता दें कि दिवंगत अभिनेता एक बार अपने पुश्तैनी मकान में आए थे और यहां आकर भावुक हो गए थे। कुमार का जन्म पेशावर शहर के ऐतिहासिक किस्सा ख्वानी बाजार के पीछे मोहल्ला खुदादाद स्थित इसी मकान में 1922 में हुआ था। भारत जाने से पहले उन्होंने अपने शुरुआती 12 साल यहां बिताए थे। हेरिटेज काउंसिल केपीके प्रांत के सचिव शकील वहीदुल्लाह खान ने कहा कि पेशावर में हाल ही में हुई बारिश ने कुमार के मकान को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि कई वादों के बावजूद 1880 में बने इस मकान की सुरक्षा व संरक्षण पर एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया और आज यह मकान भूतहा घर में बदल चुका है। स्थानीय सामाजिक व राजनीतिक दलों के लोगों ने पुरालेख विभाग के रवैये पर चिंता जताई है।
बता दें कि अपने निधन से पहले जब दिग्गज कलाकार ने अपने घर को देखा था तो वो काफी भावुक हो गए थे और उन्होंने वहां की मिट्टी को चूम लिया था. वहीं, हाल ही में इस घर के हालत के बारे में जानकारी देते हुए हेरिटेज काउंसिल केपीके प्रांत के सचिव शकील वहीदुल्ला खान ने बताया कि पेशावर में हाल ही में हुई बारिश ने दिलीप कुमार के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है.
उन्होंने आगे बताया कि पिछली सरकार की ओर से इतना सारा दान देने का वादा करने के बावजूद, इस राष्ट्रीय विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया. संपत्ति इतनी पुरानी है कि उसका आरक्षण कराना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. दुनिया भर से यहां आने वाले पर्यटक ऐतिहासिक संपत्ति की जर्जर हालत देखकर निराश हो गए’।