Date: 26/01/2025, Time:

भाजपा का टिकट मांग रहे उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र रावत ने मांगा वीआरएस

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अयोध्या 11 जनवरी। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा होने के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में कई मंत्रियों को प्रचार के लिए लगा दिया है. वहीं मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट के दावेदार और उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत ने वीआरएस की अर्जी डाली है. इसी साल 31 मार्च को सुरेंद्र रावत का रिटायरमेंट है, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अर्जी शासन को भेजी है. माना जा रहा है कि मिल्कीपुर सुरक्षित सीट पर नए चेहरे की तलाश में बीजेपी सुरेंद्र रावत को भी प्रत्याशी बना सकती है.

प्रदेश के उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत ने अपनी सरकारी सेवा समाप्ति से लगभग ढाई महीने पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का आवेदन दिया है। वह इस वर्ष मार्च में सेवानिवृत्त होने वाले थे। उन्होंने अपने आवेदन में पारिवारिक कारणों का उल्लेख किया है। हालांकि, इसके पीछे की वास्तविक वजह राजनीतिक संभावनाओं से जुड़ी मानी जा रही है। सुरेंद्र रावत अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में भाजपा टिकट के मुख्य दावेदार माने जा रहे हैं।

मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा को एक मजबूत और नए चेहरे की तलाश है। इस सीट पर 12 से अधिक उम्मीदवारों ने दावेदारी पेश की है। इनमें सुरेंद्र रावत का नाम भी काफी चर्चा में है। हालांकि प्रशासनिक सेवा में होने की वजह से उनके नाम पर खुले तौर पर चर्चा नहीं की जा रही है। लेेकिन, उनके इस रेस में होने की काफी पहले से चर्चा है। अब जिस तरह से उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है, उससे इन चर्चाओं ने और जोर पकड़ लिया है। यूपी की सियासत में विगत विधानसभा चुनाव में असीम अरुण और राजेश्वर सिंह ने आईपीएस सेवा में रहते वीआरएस लिया था। इनमें अब असीम अरुण प्रदेश सरकार में मंत्री और राजेश्वर सिंह विधायक हैं।

सुरेंद्र रावत ने परिवहन विभाग में 31 वर्षों तक सेवा दी है। वर्तमान में वह लखनऊ परिक्षेत्र में उप परिवहन आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। अपने वीआरएस आवेदन में उन्होंने परिवहन आयुक्त और प्रमुख सचिव को इसकी जानकारी दी है। उनका यह फैसला उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत का संकेत माना जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, मिल्कीपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी के चयन को लेकर गहन मंथन कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और चुनाव समिति इस पर चर्चा कर रही है कि नए चेहरे को टिकट देने पर जनता के बीच क्या प्रभाव पड़ेगा। भाजपा की रणनीति क्षेत्र में एक ऐसा उम्मीदवार उतारने की है जो न केवल संगठन को मजबूत करे, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों में भी पार्टी के लिए लाभदायक साबित हो। स्थानीय स्तर पर सुरेंद्र रावत की दावेदारी को लेकर चर्चा जोरों पर है। दरअसल मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भाजपा एक नए और प्रभावी चेहरे की तलाश कर रही है। पार्टी का मानना है कि क्षेत्र में नया चेहरा जनता के बीच सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसके साथ ही, स्थानीय मुद्दों पर बेहतर पकड़ रखने वाले व्यक्ति को टिकट देने की योजना है।
वीआरएस के आवेदन में सुरेंद्र रावत ने पारिवारिक परिस्थितियों का हवाला दिया है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि उनका यह कदम राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।

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