लखनऊ, 18 दिसंबर। मेरठ में बन रहे यूपी के पहले मेजर ध्यान चंद स्पोटर्स विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप में रिटायर्ड मेजर जनरल दीप अहलावत की नियुक्ति को सरकार ने मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने मंगलवार को खेल विभाग के इस प्रस्ताव को हरी झंडी दी।
कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश राज्य क्रीडा विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इससे संबंधित विधेयक बुधवार को विधानसभा में पेश होगा। इसमें तय हुआ है कि मेरठ के खेल विश्वविद्यालय के पहले कुलपति का कार्यकाल तीन साल का हो जाएगा। मगर कार्य संतुष्टि के आधार पर कार्यकाल को दो साल आगे बढ़ाया जा सकता है। पहले केवल एक साल की नियुक्ति का प्रस्ताव था।
अर्जुन पुरस्कार विजेता : मेजर अहलावत देश के जाने-माने घुड़सवार और अर्जुन पुरस्कार विजेता हैं। वे हरियाणा के मूल निवासी हैं, लेकिन मेरठ, सहारनपुर, बरेली से उनका गहरा नाता रहा है। सहारनपुर रिमाउंट डिपो में तैनाती के दौरान ही उन्होंने आरवीसी और देश का नाम चमकाया था। 2005 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था।
दरअसल, मेरठ मुख्यालय से 30 किमी दूर सलावा गंगनहर के किनारे यूपी का पहला खेल विश्वविद्यालय बन रहा है। यहां जाने के 2 रास्ते हैं। एक गंग नहर के बराबर से जाता है। दूसरा रास्ता एनएच-58 के दादरी गांव से 5 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए खेल यूनिवर्सिटी पहुंचता है। 700 करोड़ की लागत से 91.38 एकड़ में बन रहे विवि का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से रांची की कंपनी दीपांशु प्रमोटर व बिल्डर द्वारा कराया जा रहा है।
खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य 2 ब्लॉक में किया जा रहा है। दरअसल खेल विश्वविद्यालय का काम शुरू होने में देरी हुई। 2 जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नींव रखे के जाने के बाद कंपनी ने काम 13 फरवरी 2024 से शुरू किया।कंपनी ने निर्माण कंप्लीट होने की तारीख 14 अगस्त 2025 दी हुई है।
खेल विश्वविद्यालय का काम दो पॉकेट में चल रहा है। पॉकेट-ए में प्रशासनिक ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, क्लास रूम कॉम्पलेक्स, सेंट्रल लाइब्रेरी और अफसर व कर्मचारियों के आवास व विद्यार्थियों के हॉस्टल का निर्माण कार्य चल रहा है। पॉकेट-बी में भव्य स्टेडियम, फुटबॉल ग्राउंड, फैसिलिटी सेंटर, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं।
पहले सत्र में एक हजार सीटों पर होंगे एडमिशन
खेल विश्वविद्यालय में पहले सत्र में 1000 सीटों पर एडमिशन होंगे। इनमें से 500 सीटें महिलाओं के लिए होंगी। 700 करोड़ की लागत से 90 एकड़ में तैयार होने वाले विश्वविद्यालय कैंपस में पीजी डिप्लोमा से पीएचडी तक की पढ़ाई होगी। रुड़की आईआईटी ने इसका ले-आउट बनाया है।
खिलाड़ियों को मिलेंगी अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं
खेल यूनिवर्सिटी में फुटबाल, हॉकी एस्ट्रोटर्फ, सिंथेटिक ट्रैक, ओलंपिक साइज स्वीमिंग पूल, शूटिंग रेंज और साइकिल ट्रैक भी होगा। मल्टीपरपज हॉल, जिमनेजियम, योगा हॉल, गार्ड रूम, बास्केट बॉल, लॉन टेनिस, वॉलीबॉल, 60 मीटर शूटिंग रेंज, 90 मीटर शूटिंग रेंज व 125 मीटर शूटिंग रेंज, 100 मीटर ट्रैक, हाकी ग्रांउड, फुटबॉल, एथलेटिक्स, हैंडबॉल कोर्ट आदि खेल भी यहां होंगे।
खेल यूनिवर्सिटी में राफ्टिंग व रोइंग जैसे जलीय खेलों का प्रशिक्षण भी होगा। इसके अलावा ओलिंपिक खेल जैसे शूटिंग रेंज, शानदार ट्रैक एवं फील्ड के अलावा खो-खो जैसे परंपरागत खेल को प्रोत्साहन देने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
वहीं जैवलिन थ्रो, भारोत्तोलन, कुश्ती, हॉकी, वॉलीबॉल के अलावा टर्फ युक्त मैदानों के साथ ओलिंपिक आकार का स्विमिंग पूल व साइकिलिंग ट्रैक बनाए जाएंगे। आउटडोर गेम्स के लिए 20 से 25 हजार और इंडोर गेम्स के लिए करीब पांच हजार की क्षमता वाले होंगे।