नई दिल्ली 29 जनवरी। भारत की संघीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने एक नए परामर्श में कहा कि हाल में ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है जिसमें स्कैमर हाई-प्रोफाइल लोगों और सरकारी संगठनों के सोशल मीडिया खातों को अपने नियंत्रण में कर दुष्प्रचार अभियान चलाते हैं।
‘इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम’ (सीईआरटी-इन) ने कहा कि ऐसे खातों की प्रतिष्ठा की रक्षा करने के लिए उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है और उसने सोशल मीडिया खातों से ‘‘छेड़छाड़’’ पर नजर रखने के लिए कुछ कदम उठाने का भी सुझाव दिया।
परामर्श में कहा गया है, ‘‘आज की दुनिया में सोशल मीडिया जनमत बनाने और सूचना फैलाने में अहम भूमिका निभाता है। ये मंच व्यक्तियों, सरकारों और उद्यमों के लिए आवश्यक और संचार तथा सामाजिक गतिविधियों के लिए एक शक्तिशाली माध्यम बन गए हैं।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, सोशल मीडिया के व्यापक प्रभाव के साथ सुरक्षा खतरे भी हैं। सोशल मीडिया खातों के दुरुपयोग को रोकने, और विश्वसनीय सूचना के प्रसार के लिए उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है।’’
सीईआरटी-इन साइबर हमलों का मुकाबला करने और भारतीय इंटरनेट जगत की रक्षा करने के लिए एक राष्ट्रीय सुरक्षा इकाई है।
उसने कहा, ‘‘हाल की प्रवृत्ति में ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है जिसमें स्कैमर और खतरा पहुंचाने वाले लोग हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों, सरकारी संगठनों और उद्यम से जुड़े सोशल मीडिया खातों पर नियंत्रण कर लेते हैं।’’
सीईआरटी-इन ने कहा कि इन खातों से छेड़छाड़ कर अक्सर इनका इस्तेमाल दुष्प्रचार अभियान, धोखाधड़ी और अन्य दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए किया जाता है जिससे प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है।
देश के सरकारी संगठनों और नामचीन लोगों के सोशल मीडिया खातों पर साइबर हमले बढ़े हैं। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) ने एडवाइजरी जारी करते हुए ये जानकारी दी है। सीईआरटी के अनुसार साइबर चोर भ्रामक सूचनाएं फैलाने और धांधली करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
सीईआरटी आरटी ने बताया कि हाल के दिनों में ऐसा ट्रेंड बढ़ा है। साइबर चोर चुनिंदा लोगों और संगठनों के खातों पर हमला कर उनकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा रहे हैं। इसका इस्तेमाल भ्रामक अभियान, वूसली और अन्य आपत्तिजनक गतिविधियों को अंजाम देने के साथ व्यक्ति या संस्था की छवि खराब करने के लिए कर रहे हैं। साइबर हमलावर गोपनीय सूचनाएं और अन्य सामग्री चोरी करने के बाद बड़ी आबादी में फैलाने का काम कर रहे हैं। सीईआरटी ने कहा कि सोशल मीडिया खातों का सुरक्षा कवच मजबूत बनाना जरूरी है। सोशल मीडिया खातों में मौजूद सिक्योरिटी फीचर्स का पूरा इस्तेमाल करना जरूरी है। साइबर हमलावरों से बचने के लिए मजबूत सुरक्षा चक्र पर ध्यान देना होगा। इसी की मदद से लोगों और संस्थाओं की जानकारी सुरक्षित किया जा सकता है।
केंद्र सरकार ने पिछले साल अगस्त में बताया था कि केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालयों और विभागों की वेबसाइट पर 36 हमले हुए थे। ये हमले वर्ष 2023 के शुरुआती छह महीने में हुए थे।