asd भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी कांग्रेसियों को जरूर देखनी चाहिए – tazzakhabar.com
Date: 18/04/2025, Time:

भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी कांग्रेसियों को जरूर देखनी चाहिए

0

प्रमुख फिल्म अभिनेत्री का भाजपा सांसद कंगना रनौत को लेकर हमेशा कुछ ना कुछ चर्चा समाचारों की सुर्खियां बनी रहती है। जो उनके द्वारा बयान दिए जाते हैं और इमरजेंसी फिल्म को लेकर भी कई चर्चाएं सुनने को मिलती है। कितने ही लोगों का कहना है कि इमरजेंसी फिल्म सत्ताधारी दल को लाभ पहुंचाने और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने के लिए इस फिल्म का निर्माण किया गया है।
बीते दिनों फिल्म इमरजेंसी देखने को मिली। उसके बाद यह कह सकता हूं कि फिल्म सभी कांग्रेसियेां को देखनी चाहिए। क्योंकि इमरजेंसी क्यों लगाई और उसमें किसका क्या योगदान रहा यह तो स्पष्ट होता ही है। मेरी दशक सात दशक के आसपास हो रही है। आज तक मुझे यह पता नहीं था कि आजादी के बाद चीन ने असम पर कब्जा कर लिया था। और संधि में उसे देने की बात भी लगभग तय हो गई थी लेकिन अकेले पार्टी नेताओं के विरोध के बावजूद उस समय युवा इंदिरा गांधी असम गई और इसका विरोध करते हुए विश्वास दिलाया कि जब तक चीन यहां से वापस नहीं जाएगा वो असम में रहेंगी। यह मुददा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठा और चीन को असम से जाना पड़ा। पीएम रहे बिना भी आम आदमी के हित में इंदिरा गांधी सोचती थी यह पता चलता है। फिल्म में दिखाया कि जेल से लौटने पर उन्होंने बीमार चल रहे जेपी नारायण से मुलाकात की और उनसे राजनीति के गुण भी सीखे और जनता पार्टी की सरकार के दौरान जब देश के कुछ इलाकों में गरीबों पर अत्याचार किए जा रहे थे तो वहां इंदिरा पहुंची और उनके समर्थन में आंदोलन चलाएं। बाद में जिस तरीके से अपने बेटे संजय गांधी को अपने से दूर किया गया वो ऐसे कुछ किस्से हैं जो दर्शाते हैं कि इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी में कुछ फैसले गलत लिए हो लेकिन अन्य पार्टी नेताओं से उनके संबंध अच्छे रहे । इसलिए पूर्ण रूप से उनकी सरकार बनी। एक समय ऐसा भी आया कि बांग्लादेश के मुददे पर इंदिरा अटल से मिलने गई और उनसे इतना प्रभावित हुई कि बोल पड़ी कि आप प्रधानमंत्री जरूर बनने चाहिए। इमरजेंसी फिल्म कांग्रेसियों के लिए एक अच्छा जनाधार तैयार करने में बहुत काम की सिद्ध हो सकती है। क्योंकि फिल्म में दिखाया है कि एक सीधी साधी बच्ची समय पड़ने पर किस प्रकार से राजनीतिक सामाजिक क्षेत्रों में फैसले ले सकती है और गरीबों के लिए कितना संवेदनीशल होकर काम कर सकती है।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

Share.

Leave A Reply

sgmwin daftar slot gacor sgmwin sgmwin sgm234 sgm188 login sgm188 login sgm188 asia680 slot bet 200 asia680 asia680 sgm234 login sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin ASIA680 ASIA680