Date: 10/10/2024, Time:

पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के 2 अक्टूबर को जन्मदिन को लेकर नागरिकों में है उत्साह, हर वर्ग के हीरो अग्रवाल का जोरदार स्वागत होता दिखाई दिया

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एक बार कांग्रेस की सरकार और दो बार भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार में भाजपा सांसद के रूप में जीतकर काम कर चुके राजेन्द्र अग्रवाल वर्तमान में भले ही पूर्व हो गये हो लेकिन मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के ज्यादातर नागरिक और उनके मिलने वाले आज भी जैसा कि बताया जाता है कि अपने कार्यों को लेकर उनके समाधान की आशा से उसी प्रकार से श्री राजेन्द्र अग्रवाल जी के पास पहुंचते है जैसे पहले जाते थे। जिसके चलते उनके चाणक्यपुरी निवास पर आने जाने वालों की भीड़ छटने का नाम ही नहीं लेती अगर वो घर पर है। दूसरी तरफ श्री अग्रवाल को भी क्षेत्र के नागरिक अपने छोटे बड़े आयोजनों चाहे घरेलू हो या सार्वजनिक में बुलाते है और वो भी खुले दिल से वहां पहुंचकर आयोजकों का सम्मान व उपस्थितों पर प्यार लूटाते है।

2 अक्टूबर को जन्मदिन
श्री अग्रवाल जी की लोकप्रियता बिना सांसद हुए भी चर्म पर है इसका अंदाल आज उस समय लगा जब कुछ भाजपाईयों व राजनीति से कोई संबंध न रखने वाले नागरिकों से चर्चा हुई तो उनका कहना था कि भाई साहब अग्रवाल साहब ने तो 15 साल तक हमारी हर समस्या का समाधान कराया है और आज भी परिवार के मुखिया की भांति वक्त जरूरत पर साथ खड़े रहते है और सही सलाह भी देते है। इसलिए उनका जन्मदिन तो हम सभी मिलकर उत्साह से उन्हें बधाई देकर मनायेंगे।

सबके हीरो थे और है अग्रवाल
स्मरण रहे कि शहर क्षेत्र से सपा विधायक रफीक अंसारी की पुत्री की परतापुर बाईपास स्थित एक रिसोर्ट में हुई शादी के दौरान मुस्लिम युवाओं में उनके प्रति बढ़ती लोकप्रियता नजर आई थी क्योंकि समझदार युवा हो बुजुर्ग सबकी इच्छा थी कि शादी समारोह में रफीक अंसारी के साथ ही श्री राजेन्द्र अग्रवाल के साथ भी एक फोटो खिंच जाए। उस समय हमने लिखा था कि सबके हीरो है राजेन्द्र अग्रवाल वो आज भी नजर आता है।

दिल्ली से लाब लश्कर के साथ लौट रहे राजेन्द्र अग्रवाल का रास्ते में व्यापारियों के साथ ही हिन्दु मुस्लिम दोनों के ही द्वारा भव्य स्वागत हो रहा है और इसी दौरान राजनीति से कोई मतलब न रखने वाले कुछ मुस्लिम मतदाता उन्हें अपने मौहल्लों व दुकानों पर ले गये और उनका स्वागत किया उन्हें माला पहनाई और बुके भेंट किए। और ऊपर वाले से निरंतर उनकी तरक्की की दुआ भी की गई। ऐसा मैंने 30 सितंबर और 1 अक्टूबर की रात्रि को सुबह सबेरे एक सपने में देखा अपने यहां एक कहावत है कि सुबह का सपना अच्छा होता है अगर यह सही है तो यह समझ सकते है कि मेरे सपने में जो स्वागत व सम्मान होता नजर आया देर सवेर वो किसी बड़ी उपलब्धि का संकेत भी हो सकता है। होगा क्या यह तो समय ही बतायेगा। लेकिन फिलहाल मेरे पिता जी रवि कुमार बिश्नोई ने अपने सुबह सवेरे के सपने में श्री अग्रवाल का एक जनमानस के हीरो की भांति स्वागत होता और लोगों के चेहरे पर उनके प्रति अपनेपन की भावना झलकती देखी और यह बात मुझे भी बताई।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महासचिव व मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य)

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