इस बार लंबे अंतराल के बाद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के निवास पर प्रदेशभर से आए फरियादियों की भीड़ जुटी। और उन्होंने क्रमानुसार अपनी समस्याएं सीएम को सुनाई और कुछ अधिकारियों ने सुनी। बताते हैं कि उनमें से 88 के प्रार्थना पत्रों का तो तत्काल निस्तारण हुआ। जो रह गए उनके समाधान के निर्देश दिए गए। 112 नागरिक अपनी कठिनाईयों का विवरण लेकर सीएम आवास पहुंचे थे। चंदौली से आए दिव्यांग के मामले में तत्काल केवाईसी कराकर पेंशन मंजूर कराई गई और उसे इलेक्ट्रॉनिक छड़ी भी मुख्यमंत्री ने प्रदान की।
स्मरण रहे कि प्रदेश का मुख्यमंत्री समय समय पर अपने आवास या निर्धारित स्थान पर लोगों की समस्याएं सुनकर निस्तारण कराते हैं। इससे यह भी तय होता है कि किस जिले में अधिकारियों की कार्यप्रणली क्या है और वो नागरिकों को राहत पहुंचाने के लिए कैसा आचरण अपना रहे हैं। यहां प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार, अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल आदि की मौजूदगी में सीएम ने कहा कि हर पीढ़ी को न्याय दिलाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लाना उनका मुख्य ध्येय है। सभी को इसका पालन भी करना होगा। इसी के साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अफसर पीड़ितों की समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करें।
सीएम आवास पर जनता दर्शन के दौरान योगी जी ने फरियादियों के साथ आए बच्चों को चॉकलेट देकर उनसे बातचीत भी की बताते हैं। सीएम साहब एक दिन में 112 शिकायतों में से आपके द्वारा 88 का निस्तारण तुरंत कराया गया। कुछ ऐसा ही जिलों के अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सुनिश्चित करा दें। और फरियादियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें बार बार बुलाकर या घंटो इंतजार कराने की बजाय तुरंत उनकी समस्याएं सुनें और निस्तारण करें। खासकर नगर निगम विकास प्राधिकरण शिक्षा विभाग आदि के अफसरों के इस बारे में चेतावनी जरूर दी जानी चाहिए क्योंकि इनसे पहले ही दुखी व्यक्ति की समय की बर्बादी होती है और कई अधिकारी तो एसी कमरों में बैठकर बतियाते रहते हैं। कई बार जब बड़े अफसर बैठक बुलाते हैं तो उनमें भी यह समय से नहीं पहुंचते। इससे आम आदमी काफी परेशान होता है। इसलिए कुछ ऐसा करिए कि दूरदराज के जिलों से आपके निवास तक फरियादियों को पहुंचना ही ना पड़े। उनका समाधान उनके जिले में अधिकारियों द्वारा किया जाए। जिस अधिकारी द्वारा टालमटोल किए जाने की शिकायत मिले उसे पद से हटाया जाए। मुझे लगता है कि आपकी भावनाओं के अनुसार ऐसे ही जनसमस्याओं का समाधान हो सकता है।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
मुख्यमंत्री जी जिलों में तैनात अफसरों को भी त्वरित शिकायतों का निस्तारण और पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान लाने के दिए जाएं निर्देश
0
Share.