Date: 10/10/2024, Time:

पेपर लीक मामले में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका सिंह को हटाया

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लखनऊ 05 मार्च। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 परीक्षा का पेपर लीक मामले को हल्के में लेने वाली डीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड रेणुका मिश्रा को हटा दिया गया है. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में हुई चूक और एफआइआर दर्ज कराने में हीला हवाली के चलते ये कार्रवाई की गई है. वहीं उनकी जगह डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात राजीव कृष्णा को भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है, जो 1991 बैच के IPS अधिकारी हैं।

सरकार डीजी रेणुका मिश्रा से इस बात से नाराज है कि पेपर लीक होने के बाद न ही भर्ती बोर्ड ने गंभीरता दिखाई, आंतरिक जांच बैठाने के बाद न ही कोई एफआईआर दर्ज कराई, जबकि आरओ, एआरओ भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आंतरिक जांच के बाद परीक्षा नियंत्रक को हटाया था और एफआईआर भी दर्ज करवा दी थी.

पेपर लीक मामले में चूक और मुकदमा दर्ज कराने में लापरवाही बरतने के चलते भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाया गया है. दरअसल, परीक्षा रद होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी. मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं कराई गई थी. जबकि RO/ARO भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने आंतरिक जांच के बाद परीक्षा नियंत्रक को हटाया था और एफआईआर भी दर्ज करवा दी थी.

गौरतलब है कि 17 और 18 फरवरी को 60 हजार 244 पदों पर पुलिस भर्ती परीक्षा हुई थी, जिसका पेपर लीक होने पर जमकर बवाल हुआ था। पूरे प्रदेश में अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। सीएम योगी ने 6 महीने के अंदर परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने का आदेश दिया।

बताते चले कि 17-18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिन पदों पर भर्तियां निकाली गई थीं, उनमें जनरल के 24102, EWS के 6024, OBC के 16264, SC के 12650 और ST के 1204 पद शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेपर प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था। परीक्षा के दिन 287 सॉल्वर और उनकी गैंग से जुड़े लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

छात्रों ने आरोप लगाया था कि परीक्षा से एक दिन पहले से पेपर वाट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुपों में वायरल हो रहा था। इन पेपरों को 100-100 रुपये में बेचा जा रहा था। बोर्ड को पेपर लीक की कुल 1500 शिकायतें मिली थीं।

बता दें कि 24 फरवरी को सीएम योगी ने पेपर लीक मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस भर्ती परीक्षा को निरस्त करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि छह महीने के अंदर परीक्षा को दोबारा कराने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पेपर लीक कराने के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

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