लखनऊ, 10 फरवरी। विधानसभा में गत दिवस सत्तापक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमीनों पर अवैध कब्जा कराने के आरोप लगाए। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के यह कहने पर कि सपा सरकार में जमीनों पर अवैध कब्जे कराए जाते थे, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने इसका प्रतिवाद किया। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बता रहे हैं कि भाजपा अतुल प्रधान – सरकार आने के बाद एक लाख. किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने भाजपा पर जमीनों पर कब्जा कराने 1 का आरोप लगाया। सरकार से मांग की कि वह सूची जारी करे कि जमीनों पर कौन कब्जा कर रहे हैं जिससे यह पता चले कि किसने ज्यादा जमीन कब्जा की है।
शून्यकाल के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये सदन में बताया कि मेरठ की मवाना तहसील में किसान जगवीर सिंह गूजर जिस जमीन पर पिछले 70 वर्षों से खेती कर रहे थे, उसे वन विभाग ने उन्हें बिना नोटिस दिए जोत दिया। कहीं सुनवाई न होने पर जगवीर सिंह गूजर ने तहसील कार्यालय में एसडीएम के आफिस के सामने आत्मदाह कर लिया। उन्होंने मृत किसान के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की। जवाब में गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि जगवीर सिंह गूजर की जमीन के बगल में वन विभाग की जमीन भी थी। जगवीर अपनी जमीन के साथ वन विभाग की जमीन पर भी खेती कर रहे थे जिसकी शिकायत उनके गांव के ही व्यक्ति ने की थी। राजस्व और वन विभागों की संयुक्त टीम ने पैमाइश कर किसान की भूमि को छोड़ते हुए वन विभाग की जमीन वापस ले ली।