Date: 23/10/2024, Time:

यूपी समेत 5 राज्यों में 100 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार

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प्रयागराज, 11 जुलाई। प्रयागराज एसटीएफ ने 100 करोड़ की ठगी के आरोपी को नागपुर से गिरफ्तार किया। आरोपी ने एक लाख रुपए पर 7 हजार के मुनाफे का लालच देकर सैकड़ों लोगों को ठगा। आरोपी पर यूपी-उत्तराखंड समेत 5 राज्यों में 39 मामले दर्ज हैं। बरेली में 25 हजार और उत्तराखंड में 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था।
आरोपी ज्ञानेश पाठक प्रयागराज का रहने वाला है। उसने जेकेवी मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन कराया। 5 से ज्यादा राज्यों में 100 से अधिक ब्रांच खोलीं। मुनाफे का लालच देकर भारी संख्या में लोगों को जोड़ा। फिर अपनी टीम के साथ 100 करोड़ लेकर फरार हो गया।

यूपी पुलिस के साथ एसटीएफ की टीमें 2022 से ज्ञानेश तलाश कर रही थीं। 2 दिन पहले एसटीएफ की टीम को ज्ञानेश पाठक के नागपुर में छिपे होने की सूचना मिली। फिर प्रयागराज एसटीएफ की एक टीम नागपुर पहुंची। टीम ने करीब 24 घंटे में आरोपी को ट्रेस किया। गत रात ज्ञानेश को नागपुर के हुडकेश्वर में इन्द्रप्रस्थ नगर, साई मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से 2 मोबाइल फोन बरामद हुआ है।

ज्ञानेश पाठक ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किया है। उसने जर्नलिज्म कोर्स भी किया है। इसके बाद वह 2012 में लखनऊ जाकर रहने लगा। पिता किसानी के साथ चायपत्ती का कारोबार करते हैं। ज्ञानेश पाठक ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और कई अन्य राज्यों में नेटवर्क फैलाया। जेकेवी मल्टीस्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड बनाया। इसके बाद लोगों को एक लाख पर 7 हजार देने का लालच देकर इनवेस्ट करने के लिए मोटिवेट करने लगा। करीब 159 लोगों को हर महीने फायदा देता रहा। इन लोगों को फायदा होने के बाद लोग झांसे में आते गए।

सोसाइटी की राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और अन्य राज्यों में 100 से अधिक ब्रांच खोलीं। भारी संख्या में लोगों को सोसाइटी से जोड़ा गया। साल 2018-19 में लोगों को 20 से 25 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया गया। साल 2019-20 तक सोसाइटी में 100 करोड़ से ज्यादा की रकम जमा हो गई। तब सोसाइटी ने लोगों को पैसों का भुगतान करना बंद कर दिया। जिन्होंने पैसे लगाए, उनके पैसे फंस गए। जब लोगों के पैसे फंसे तो उन्होंने विरोध जताया। फिर लोगों को सोसाइटी की ओर से झूठा आश्वासन दिया जाता रहा कि आप लोगों का पैसा वापस कर दिया जाएगा। साल बीतता गया, लेकिन किसी भी व्यक्ति का पैसा वापस नहीं आया। सोसाइटी के अकेले बरेली ब्रांच में 300 लोगों का पैसा फंस गया। 5 से ज्यादा राज्यों में कई हजार लोगों ने सोसाइटी में पैसे लगाए थे। 2022 में सोसाइटी की पूरी टीम फरार हो गई।

ज्ञानेश पाठक को बरेली के किला थाने में दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार कर नागपुर की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिल गई है। अब आरोपी को बरेली लाकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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