प्रदेश सरकार द्वारा जन समस्याओं के समाधान और चुनाव में की गई घोषणाओं और वायदों को पूरा करने के लिए चलाये जा रहे अभियान एवं जनहित की योजनाओं का पूर्ण लाभ पात्रों को दिलाने तथा आम जनमानस के समक्ष सरकारी विभागों से संबंध आने वाली परेशानियों का हल निकलवाने और जो कुछ विभागों के निरंकुश हो रहे अधिकारियों को माननीय मुख्यमंत्री जी की भावनाओं के तहत काम करने के लिए मजबूर करने हेतु डीएन कालेज छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा की कार्यकारिणी के सदस्य रहे केन्द्र सरकार के कई मंत्रालयों की कमेटियों के सदस्य अंकित चौधरी आजकल जनमानस में विशेष चर्चाओं में है। क्योंकि मामला पुलिस से संबंध हो या अस्पताल से प्रशासन से हो या बिजली विभाग से अथवा शिक्षा। अंकित चौधरी द्वारा अपने साथियों सौरव शर्मा अभिषेक शर्मा तरूण कश्यप विवके वाल्मीकि सौरव अत्री रिकू वर्मा सौरभ अमित वर्मा अमन शर्मा हर्ष पंड़ित रोहताश शर्मा कपिल जैन अभिषेक जैन दीपू कश्यप कपिल वर्मा अनुज चौधरी मनोज गुप्ता अभिषेक शेखर चौधरी अमन उपाध्याय सोनू उपाध्याय आदि के साथ सरकारी नीति और नियमों का पालन करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के दिखाये गये मार्ग को आत्मसात कर नागरिकों की आवाज संबंधितों तक पहुंचाई जा रही है। और जैसा कि आये दिन मीडिया में उनके प्रयासों को लेकर छपने वाली खबरों को लेकर जनमानस में चर्चा व्याप्त है। उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि वह वर्तमान में अपने कार्य क्षेत्र में अंकित चौधरी जनता की आवाज उठाने और सरकार की योजनाओं का लाभ पात्रो को दिलाने के लिए सक्रिय सत्ताधारी दल के नेताओं में प्रमुख स्थान पर विराजमान होते जा रहे है।
आज एक पुराने सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा कहे गये यह शब्द कि अंकित चौधरी नियमों की सीमा में रहकर जनहित के कराये जा रहे कार्य और जनता की उठाई जा रही आवाज के प्रयासों को देखकर डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी और अमित अग्रवाल जी के युवाकाल की राजनीतिक शुरूआती दौर की याद आने लगती है कराने हेतु क्योंकि जब यह अपने युवाकाल में आंदोलन चलाकर अफसरों से मिलकर हर तरह से जनहित के काम में अग्रणी भूमिका निभाया करते थे। आज अमित अग्रवाल कैन्ट विधायक है और डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी राज्यसभा सदस्य भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है। के द्वारा आज से लगभग तीन दशक पूर्व जिस प्रकार से जनहित के मुद्दों को उठाया और उनका हल निकलवाया जाता था वो ही काम अंकित चौधरी अपने साथियों को साथ लेकर करने में लगे है।
सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले लगभग पांच साल की सक्रियता के दौरान अंकित चौधरी पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा पाया। और उनका दामन संघर्ष करने के बावजूद बेदाग है। अफसर भी चाहे किसी भी विभाग के हो वो उनके सम्मानजनक रूप से बात करने और आवश्यकता पड़ने पर तीखे तेबर दिखाने लेकिन हर बात की सीमा बनाये रखने की तारीफ करते है। कुल मिलाकर अब कचहरी में एक सज्जन के ये शब्द महत्वपूर्ण नजर आये कि अंकित बाकई सही मायनों में भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों और योजनाओं के अनुसार काम कर रहे है। और सरकार तथा भाजपा की छवि आम आदमी में काम करने वाले संगठन की बनाने में उन्हें सफलता भी मिल रही है।
वरिष्ठ पत्रकार रवि कुमार बिश्नोई बताते है कि डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी और अमित अग्रवाल अपने युवाकाल में राजनीति के शुरूआती दौर में ऐसे जनमानस के नेता थे जिन्हें पुलिस और प्रशासन से पहले हर खबर मिल जाती थी और वो घटना कहीं भी हो पुलिस से पहले पहुंचते थे। और नागरिकों से उनकी समस्याऐं लिखित रूप में लेकर खुद सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट एक एक दिन में दर्जनों समस्याऐं निपटाने और फिर उसकी सूचना संबंधित व्यक्ति को देने में भी देर नहीं लगाते थे। इसलिए इन्हें सब अपना परिवार का सदस्या व व्यक्तिगत प्रतिनिधि भी समझने लगे थे।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सदस्य मजीठिया बोर्ड यूपी)