कांग्रेस के सांसद पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बाद से निरंतर जनमानस में अपनी पैठ और कांग्रेस का जनाधार बढ़ाने में कामयाब हो रहे हैं इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता। क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो कांग्रेस का लोकसभा में राहुल गांधी के रूप में विपक्ष का नेता मौजूद नहीं होता।
राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के बाद से कभी मोची तो कभी बढ़ई और अन्यों के साथ ही अब मेहनतकस बिरादरी से जुड़े कुलियों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को जाना। और कहा कि कुलियों की आवाज नहीं सुनी जा रही है। उनके अधिकारों के लिए लड़ूंगा। राहुल जी आपका इरादा नेक है। इच्छा आपकी मजबूत शुरू से रही है। इसलिए यह तो पक्का है कि आप जिन वर्गों के लोगों से मिल रहें उनकी आवाज भी उठाएंगे लेकिन इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि आपकी पार्टी में व्याप्त गुटबंदी और पुराने नेताओं कार्यकर्ताओं की हो रही अवहेलना गांव देहातों से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक समाप्त हो और जमीन से जुड़े नेताओं की सलाह आप अपने सलाहकार के रूप में मानें। अथवा जिस प्रकार आप कुलियों की बात उठाने और उनके अधिकारों के लिए लड़ने की बात कह रहे हैं उसी तरह कांग्रेस का मतदाता रहे जनमानस की जो आपकी पार्टी के सड़क पर ना निकलने वाले नेताओं की वजह से दूर हो गया उसे अपने से जोड़ने और उसके लिए लड़ने की आवश्यकता है जिसे आप और कोई भी इनकार नहीं कर सकता। इसलिए कांग्रेस का सितारा आजादी के बाद जिस प्रकार चमका था उस चमक को वापस लाने के लिए किया जाए प्रयास।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
राहुल जी कुलियों के साथ साथ पार्टी का जनाधार मजबूत और गुटबंदी दूर करने के लिए भी लड़ना होगा
0
Share.