वाराणसी 17 सितंबर। वाराणसी कचहरी में दरोगा और सिपाही को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। घायल दरोगा की तहरीर पर वाराणसी पुलिस ने दस नामजद वकीलों और 60 अज्ञात वकीलों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इस हमले में दरोगा मिथिलेश प्रजापति को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज BHU ट्रामा सेंटर में चल रहा है. वहीं, तीन-चार सिपाही भी घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह घटना मंगलवार, 16 सितंबर की है. सब-इंस्पेक्टर मिथिलेश प्रजापति, बड़ागांव से एक आरोपी को लेकर कचहरी पहुंचे थे. तभी दर्जनों की संख्या में वकीलों ने उन्हें घेर लिया और हमला बोल दिया. वकीलों ने मिथिलेश की लात-घूसों से पिटाई की, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं, जबकि तीन-चार सिपाही भी घायल हो गए हैं. इस घटना का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है.
किसी तरह मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दरोगा को छुड़ाया और उन्हें दीनदयाल अस्पताल लेकर पहुंचे. गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें BHU ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस अधिकारियों ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की है.
कुछ दिनों पहले बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक जमीनी विवाद के चलते पुलिस ने दोनों ही पक्षों का चालान कर दिया था. जिसमें एक पक्ष से एक वकील भी था. आरोप है कि दरोगा ने वकील को हिरासत में लेकर उसके साथ न केवल बदतमीजी की थी, बल्कि मारपीट भी की थी. इसी बात से नाराज वकीलों ने दारोगा को सबक सिखाने की ठान ली थी और वो कचहरी में घात लगाकर बैठे थे.
इस घटना के बाद कचहरी में तनाव बढ़ गया है. घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स, DIG शिवहरी मीणा और DM सत्येंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने वकीलों से परिसर खाली करने की अपील की और हालात को शांत करने की कोशिश की. जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.