तिरुपति 10 फरवरी। आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डू में मिलावट मामले को लेकर 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। CBI के नेतृत्व में जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने रविवार को ये गिरफ्तारी की हैं।
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन के रूप में हुई है। चारों को प्रसाद के लड्डू बनाने के लिए घी की सप्लाई में अनियमितताएं मिलने पर गिरफ्तार किया गया है। चारों को सोमवार को तिरुपति कोर्ट में पेश किया जाएगा।
CBI को जांच में पता चला कि वैष्णवी डेयरी के प्रतिनिधियों ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किए थे। वैष्णवी डेयरी ने टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए एआर डेयरी के नाम का इस्तेमाल करते हुए फर्जी डॉक्यूमेंट और मुहरें बनाई थीं।
वैष्णवी डेयरी द्वारा बनाए गए नकली रिकॉर्ड में दावा किया गया कि उसने रुड़की में भोले बाबा डेयरी से घी खरीदा है, लेकिन उसके पास जरूरी मात्रा में आपूर्ति करने की क्षमता नहीं थी।
यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद, कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक नई SIT गठित करने का आदेश दिया था। इस SIT में CBI, आंध्र प्रदेश पुलिस और FSSAI के सदस्य शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार द्वारा गठित SIT को इस मामले की जांच करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीबीआई द्वारा की गई यह कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी तिरुपति प्रसाद विवाद में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। मामले की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, तिरुपति मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर श्रद्धालुओं के बीच चिंता बनी हुई है।
आंध्र के CM चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि राज्य में YSR कांग्रेस सरकार में तिरुपति मंदिर में मिलने वाले लड्डू (प्रसादम्) में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल मिलाया गया था। इसके अगले दिन TDP ने एक लैब रिपोर्ट दिखाकर अपने आरोपों की पुष्टि का दावा किया।