लखनऊ 28 अप्रैल। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने नेपाल सीमा से सटे जिलों में अवैध कब्जों और बिना मान्यता संचालित धार्मिक संस्थानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 25 से 27 अप्रैल के बीच हुए विशेष अभियान में कई जिलों में तमाम अतिक्रमण हटाए गए. सरहद की बेशकीमती भूमि पर इन लोगों ने लंबे समय से अवैध रूप से कब्जा जमाया हुआ था. योगी सरकार ने स्पष्ट किया कि नेपाल सीमा के 10 किलोमीटर दायरे में किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे, धार्मिक या शैक्षणिक संस्थान का अवैध संचालन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि चिन्हित अतिक्रमणों को शीघ्रता से हटाया जाए और नियमित मॉनिटरिंग की जाए.
बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, लखीमपुर खीरी और महराजगंज में चले अभियान में सैकड़ों अवैध कब्जे हटवाकर बिना मान्यता के मदरसों पर ताला लगवाया गया है।
अभियान के आंकड़ों के मुताबिक बहराइच की नानपारा तहसील में भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के 227 मामले चिह्नित किए गए थे। इनमें से पहले से हटाए गए 63 अतिक्रमणों के बाद 25-27 अप्रैल के बीच 26 और कब्जे हटाए गए। श्रावस्ती में वैध कागजात न होने पर 17 मदरसों को बंद करवा दिया गया, जबकि अवैध कब्जों के 119 मामलों में भी कार्रवाई की जा रही है।
सिद्धार्थनगर की नौगढ़ तहसील में नेपाल सीमा के पास पांच जगहों पर अवैध कब्जे कर मस्जिद और मदरसों के निर्माण मिले। शोहरतगढ़ में छह जगह, जबकि महराजगंज में फरेंदा, नौतनवा और निचलौल में 19 जगह सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे मिले हैं। कोर्ट में लंबित एक मामले को छोड़कर सिद्धार्थनगर और महराजगंज के सभी मामलों में बेदखली और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
लखीमपुर खीरी के पलिया में कृष्णा नगर कॉलोनी में अनधिकृत जगह पर नमाज पढ़ी जा रही थी। डीएम ने बताया कि यहां मस्जिद बनाए जाने की भी तैयारी थी। अभियान के दौरान इस अवैध निर्माण को हटा दिया गया है। बलरामपुर में सात जगह अवैध कब्जे मिले। इनमें दो कब्जेदार खुद वहां से हट गए, जबकि बाकी जगह बेदखली की कार्रवाई की जा रही है।