नई दिल्ली 28 जून। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में 25 जून को एक छात्रा के साथ कथित गैंगरेप की घटना ने राज्यभर में आक्रोश फैला दिया है। इस गंभीर मामले में अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस से तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। आयोग ने इस अपराध की बीएनएस के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत तत्काल और समयबद्ध जांच की मांग की है। साथ ही, पीड़िता को बीएनएसएस की धारा 396 के तहत मुआवजा, और चिकित्सा, मानसिक एवं कानूनी सहायता प्रदान करने का निर्देश भी दिया गया है।
घटना की जांच कर रही कस्बा पुलिस ने मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुकोपाध्याय को गिरफ्तार किया है। तीनों पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर कॉलेज परिसर में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। कोलकाता पुलिस ने पुष्टि की है कि FIR में नामजद इन आरोपियों को दक्षिण 24 परगना के अलीपुर कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा, “यह चौंकाने वाला है। एक मां के तौर पर, पश्चिम बंगाल की एक महिला के तौर पर, मैं बहुत परेशान हूं। हमने स्वत: संज्ञान लिया है, हमने डीजीपी से 72 घंटे के भीतर विस्तृत जानकारी मांगी है, जिसमें गिरफ्तारी, धाराएं, अपराध स्थल की जांच, मेडिकल जांच और सब कुछ शामिल है. मैं आज या कल में पीड़िता से मिलूंगी। मैंने संबंधित पीएस के प्रभारी अधिकारी से भी बात की है। उन्होंने बताया कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जो भी कार्रवाई की जा रही है, मेरा सवाल यह है – ऐसा क्यों हुआ? महिलाओं, छात्राओं की सुरक्षा कहां है? घटनाएं दिन-प्रतिदिन अपनी संख्या और तीव्रता में बढ़ती जा रही हैं। जो लोग ऐसा कर रहे हैं वे ‘राजाओं के राजा’ हैं क्योंकि उन्हें पता है कि सत्ताधारी पार्टी के साथ उनके अच्छे संबंध हैं और वे उन्हें अच्छी तरह जानते हैं। इसलिए, कानून और व्यवस्था उनके लिए नहीं है.”
क्या है मामला?
शिकायत के मुताबिक, कोलकाता के दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज कैंपस में एक महिला के साथ बुधवार को शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 50 मिनट तक गैंग रेप हुआ। महिला की शिकायत के बाद जांच की गई और मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो छात्र और कॉलेज का एक स्टाफ शामिल है। जो स्टाफ है वो लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र है और अभी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की स्टूडेंट विंग का नेता है।
महिला की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक, मुख्य आरोपी 31 साल का मोनोजीत मिश्रा है और वो तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के दक्षिण कोलकाता जिले का मौजूदा महासचिव है।
पीड़ित महिला के मुताबिक, मोनोजीत मिश्रा ने उसे शादी के लिए प्रपोज किया था, जिसे उसने ये कहते रिजेक्ट कर दिया कि उसका एक प्रेमी है। इस बात से मोनोजीत नाराज हो गया। इसके बाद आरोपी ने उसे जबरन एक कमरे बंद किया और प्रेमी को जान से मारने के साथ-साथ उसके माता-पिता को गिरफ्तार कराने की धमकी दी।