बदायूं 31 मई। इस्लामनगर थाना क्षेत्र के अल्लैहपुर मढ़ैया गांव के महेश की उनकी पत्नी ममता ने ही हत्या कर दी और जेल चली गई। बच्चों की जिम्मेदारी तो उनके ताऊ ने लिया है, लेकिन बेटी रिचा की पढ़ाई का जिम्मा थानेदार हरनेंद्र सिंह ने लिया है। उन्होंने बिटिया की दो साल की फीस भी जमा करा दी है।
बीते 23 मई की रात महेश की सोते समय उनकी पत्नी ममता ने ही सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। ड्रामा लूट के बाद हत्या का रचा था, लेकिन पुलिस की जांच में शक के आधार पर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। ममता के जेल जाने के बाद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने कस्बे की मुहल्ला टंकी स्थित संत श्री हरिदास बाबा शिशु मंदिर स्कूल में रिचा का नर्सरी कक्षा में दाखिला कराने के साथ पूरे साल की फीस भी जमा भी कर दी।
स्कूल में अभिभावक बन कर अपना नाम मोबाइल नंबर लिखवाया। पति के कत्ल में ममता से थाने में पूछताछ के दौरान सुबह शाम दोनों मासूम बच्चे बेटा आठ वर्षीय साजन और चार वर्षीय बेेटी रिचा मिलने आए थे। बच्चों को देखकर ममता रोने लगी थी और कहती रही कि अब मेरे जेल जाने के बाद बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी।
परवरिश कौन करेगा। 27 मई को ममता जब थाने से जेल जा रही थी तभी मिलने आए दोनों बच्चे विखलते हुए फफक कर रोने लगे। बच्चों मासूमियत देखते हुए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर भी भरोसा दिलाया था कि चिंता मत कर दोनों बच्चों की मदद करके ध्यान रखूंगा। बच्चों को बाल श्रम भी नहीं होने देंगे।
बीते गुरुवार की सुबह थाना प्रभारी ने ताऊ उदयवीर के साथ बच्चों को स्कूल बुला लिया और दोनों बच्चों के लिए स्कूल ड्रेस, किताब, कापी, बैग और एक वर्ष की फीस जमा कर दी। बच्चों के लिए कपड़े और राशन दिलाकर भी सहयोग किया। भाई साजन संत श्री हरिदास बाबा शिशु मंदिर स्कूल में कक्षा तीन में शिक्षा ले रहा है रिचा इसको पढ़ने नहीं जाती थी। थाना प्रभारी ने रिचा का दाखिला करा दिया।
थाना प्रभारी ने बच्चों के ताऊ उदयवीर से कहा की जब तक इसकी मां जमानत से नहीं आ जाती है, बच्ची की पढ़ाई के खर्च की जिम्मेदारी निभाऊंगा।