गाजियाबाद 15 मार्च। कविनगर थाना क्षेत्र में गत दोपहर ग्रॉसरी स्टोर संचालक ने पत्नी और बेटे की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी और इसके बाद खुद की भी गर्दन रेतकर मरने का प्रयास किया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना को अंजाम देने से पहले युवक ने अपने भाई को किसी व्यक्ति द्वारा जानलेवा हमला करने की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस मौके पर पहुंची तो डायरी में सुसाइड नोट मिला। पुलिस का कहना है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस गंभीर रूप से घायल युवक को भी अस्पताल में भर्ती कराकर मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
महिंद्रा एंक्लेव में रहने वाले 42 वर्षीय अमरदीप उर्फ अप्पू हिमाचल के कांगड़ा में ग्रॉसरी स्टोर चलाते थे। उनके परिवार में 35 वर्षीय पत्नी सोनू शर्मा और 10 वर्षीय बेटा विनायक था। गुरुवार दोपहर करीब एक बजे अमरदीप ने हिमाचल के ऊना में नौकरी करने वाले अपने बड़े भाई नवदीप को फोन किया और बताया कि किसी ने उस पर बोतल से हमला कर दिया है। इसके बाद अमरदीप का फोन कट गया। कई बार फोन करने पर भी कॉल रिसीव नहीं हुई तो नवदीप ने महिंद्रा एन्क्लेव में ही रहने वाली चाची संगीता को फोन किया।
संगीता मौके पर पहुंची तो मैन गेट अंदर से बंद था। हाथ डालकर कुंडी खोलने के बाद संगीता अंदर पहुंची तो अमरदीप, उसकी पत्नी और बेटा लहूलुहान हालत में पड़े थे। सोनू और उनके बेटे की मौत हो चुकी थी, जबकि अमरदीप की सांस चल रही थी।
सूचना पर पहुंची कविनगर पुलिस ने मां-बेटे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। उधर, डीसीपी सिटी कुंवर ज्ञानंजय सिंह का कहना है कि मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। सभी पहलुओं पर मामले की जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिस मकान में अमरदीप पत्नी बच्चे के साथ रह रहा था,वह अमरदीप के पिता के नाम पर था, लेकिन उसने भाई-बहनों को बताए बिना मकान पर लोन ले लिया। लोन जमा न होने पर बैंक वाले भाई-बहन के पास पहुंचे, तो उन्होंने मना कर दिया। बैंक से पिछले चार दिन से रिकवरी एजेंट आए रहे थे। एजेंट आज भी आए थे, लेकिन गेट न खुलने पर चले गए थे। बरामद सुसाइड नोट में अमरदीप ने लिखा है कि यह कदम मैं उठा रहा हूं मुझे माफ करना।