Date: 08/09/2024, Time:

मीडिया को क्यों किया गया उपेक्षित! बजट का खर्च भ्रष्टाचार मुक्त माहौल में हो तो विकास की नई उंचाईयों को छुएगा समाज का हर वर्ग

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महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के हाथों दही चीनी खाकर देश की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व पीएम स्व. मोरारजीदेसाई के छह बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में पहला और अपना सांतवा बजट पेश किया।
हमेशा की तरह सत्ता पक्ष के लोग और उसके सहयोगी बजट को सबके हित का बता रहे हैं। तो लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह कुर्सी बचाने का बजट है। तो सपा मुखिया अखिलेश यादव बोले कि आंध्र और बिहार को सरकार बचाने के लिए बजट से जोड़ा गया। तो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र की नकल है बजट। लेकिन भाकियू के नेता राकेश टिकैत का मानना है कि बजट से किसान युवा ठगे रह गए हैं।
केंद्रीय वित्तमंत्री के 83 मिनट के भाषण के दौरान 71 बार मेज थपथपाकर उसका स्वागत करने वाले सत्ता पक्ष के नेताओं का कहना है कि बजट विकसित भारत का रोडमैप हैं इससे अवसरों के नए युग की शुरूआत होगी। यूपी की राज्यपाल का कहना है कि बजट अमृतकाल के लिए अहम है।
पीएम मोदी की सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट को यह कह सकते हैं कि सीतारमण का यह 11वां बजट है। और इसमें उन सहित सभी नेताओं ने अपना पूरा दिमाग और शक्ति इसे जनहित का बजट बनाने में कोई कोर कसर नहीं रखी होगी। बाकी यह सभी जानते हैं कि भाजपा और उसके सहयोगी दलों की प्रशंसा और विपक्ष को आलोचना करनी ही है। यह कोई नई बात नहीं है। अगर निष्पक्ष भाव से सोचा जाए तो कोई भी सरकार जितना संभव हो सकता है उतना अपने कार्यकाल में बढ़िया काम करने और ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कम प्रयास कभी नहीं करेगी। हमें आलोचना और प्रशंसा में ना पड़कर सिर्फ इतना कहना है कि स्वच्छता अभियान स्वास्थ्य शिक्षा ग्रामीण रोजगार यात्रा महिलाएं आदि को लाभ तो लगभग लघु और भाषाई समाचार पत्रों से संबंध सभी मीडिया को एक प्रकार से नजरअंदाज करते हुए इस बजट में सबको कुछ ना कुछ देने की कोशिश की गई है सिवा मीडिया के पिछले वर्षों में भी हर क्षेत्र में कोई ना कोई उपलब्धि लाने के लिए बजट में व्यवस्था की गई थी लेकिन ध्यान से देखें तो भ्रष्टाचार विकास कार्यों मंे लापरवाही और स्वास्थ्य सुविधाओं को कुछ माफियाओं द्वारा काफी बड़ी तादात में हजम करने से पात्रों को जो लाभ मिलना चाहिए था वो शायद नहीं मिला। मेरा मानना है कि पीएम साहब को सभी क्षेत्रों में जो सुविधाएं और बजट दिया गया है वो सही तरीके से ईमानदारी के साथ खर्च हो। अगर ऐसा कराने और करने में सरकार सफल रहती है तो यह बात विश्वास से कही जा सकती है कि कुछ क्षेत्रों में परेशानियों के बावजूद यह बजट समाज के हर वर्ग को विकास की नई उंचाई तक पहुंचने की शक्ति देगा। तथा इससे समृद्धि चारों और बढ़ेगी और खुशहाली के साथ ही आम आदमी हर क्षेत्र में निर्भर होगा। ऐसा मेरा मानना है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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