दैनिक केसर खुशबू टाइम्स
मेरठ, 25 फरवरी (विशेष संवाददाता) शिवमहापुराण में भगवान शंकर की बहुत सी लीलाएं दर्शायी गई हैं और यह भी पक्का है कि भगवान शिव के भक्त उनकी हर बात को लीला कहकर आनंदित भी होते हैं तथा ज्ञान की दृष्टि से अगर समझें तो हर लीला का आध्यात्मिक अर्थ है जिसे जान और समझ पाएं तो आपकी अज्ञानता दूर हो सकती है। कहते हैं कि भगवान शिव अपने भक्तों से हमेशा प्रसन्न रहते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करने में भी अग्रणी बताए जाते हैं। हम 26 फरवरी को भगवान शंकर को प्रसन्न करने का पर्व महाशिवरात्रि मना रहे हैं। बताते हैं कि यह स्वयं महाशिव हो जाने की रात्रि होती है। इस बार यूपी के संभल में भी शिवसैनिकों द्वारा जलाभिषेक किए जाने की बात सामने आ रही है। तो बागपत के पुरा महादेव में आज से फाल्गुनी मेला शुरू हो गया। मंदिर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और सुरक्षा बलों के संरक्षण में भक्त जलाभिषेक करेंगे। यहां दुकानें भी सज गई हैं। देखें तो पुरा महादेव 25 से 27 तक फाल्गुनी मेला चलेगा। गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ियों के जत्थे सड़कों पर नजर आने लगे हैं।
इस बार महाशिवरात्रि पर भी काफी लोगों द्वारा शिवभक्तों की सेवा के लिए कैंप लगाए गए हैं जिनमें चाय पकौड़ी समेत अन्य व्यंजन परोसे जा रहे है। सुरक्षा को देखते हुए अधिकारी गश्त करते हुए संवेदनशील स्थानों पर खुद भी तैनात नजर आ रहे हैं। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध काली पलटन औघड़नाथ मंदिर में भी आज रात से ही 500 मीटर के दायरे में वाहनों का आवागमन बाधित किया गया है। भक्तों को जलाभिषेक में कोई परेशानी ना आए इसके लिए कैमरों में निगरानी होती रहेगी। डीएम डॉ. वीके सिंह द्वारा मंदिर समिति के साथ बैठक कर व्यवस्थााओं का जायजा लिया गया। मंदिर अभी से हर हर महादेव के जयकारों से गंूज रहा है। मुख्य पुजारी पंडित श्रीधर त्रिपाठी का कहना है कि यह सिद्धपीठ है।
यहां शिवलिंग स्थापित नहीं किया गया है। जमीन के अंदर से प्रकट किया गया है। इसके अलावा राजराजेश्वरी मंदिर, झारखंडी मंदिर, दयालेश्वर महादेव मंदिर, भोले मंदिर, अर्द्धनारीश्वर मंदिर भूतेश महादेव मंदिर आदि में भी महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक की व्यवस्था और साफ सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। काली पलटन मंदिर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एमके बंसल ने बताया कि वर्तमान अध्यक्ष सतीश सिंघल, कोषाध्यक्ष अतुल अग्रवाल की देखरेख में मंदिर को सुंदर लाइटों से सजाया गया है। श्रद्धालुओं केा कतारबद्ध रखने के लिए बैरिकैडिंग की गई है।
प्रवेश गरूण द्वार व निकासी नंदी द्वार से होगीं आज रात से मंदिर खुला रहेगा। तथा आरती का समय भोर चार बजे के बाद शाम साढ़े छह बजे रात 11 बजे का है। चार बजे की आरती के बाद ही जलाभिषेक होना बताया जा रहा है। कुल मिलाकर मंदिर पर एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा की देखरेख में सुरक्षा बल तैनात रहेंगे और सिविल डिफेंस के वार्डनों की डयूटी भी रहेगी ऐसा चीफ वार्डन संदीप गोयल का कहना है। श्रद्धालुओं में तो अपार उत्साह रहता है लेकिन अभी कुंभ मेला चल रहा है। जो लोग वहां नहीं पहुंच पाए उनका प्रयास रहेगा कि वह शिवालयों में जलार्पण कर पूजा पाठ करें।