वर्तमान समय में स्टांप घोटाला चरम पर है। रोजाना ही इसकी खबरें पढ़ने सुनने को मिल रही है। सब इसका राजनीतिक लाभ लेने और चर्चाओं में बने रहने का प्रयास भी कर रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा विषय यह है कि स्टांप घोटाले में सिर्फ विशाल वर्मा अकेला नहीं हो सकता। इसके साथ कुछ और भी इस क्षेत्र में सक्रिय और बिल्डर शामिल हो सकते है। इसे ध्यान रख जांच होनी चाहिए। 25 हजार का इनामी विशाल को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। अभी तक इस घोटाले में एक भी रजिस्ट्री ऑफिस या ट्रेजरी अफसर को चिन्हित कर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। सब जानते हैं कि इतने बड़े घोटाले अकेले नहीं होते और तत्कालीन रजिस्ट्रार और विशाल वर्मा को गलबहियां करते नजर आ रहे हैं उससे साफ होता है कि इसमें अधिकारी भी पाक साफ नहीं हो सकते। यह भी चर्चा है कि संबंधित अधिकारी विशाल वर्मा की शराब पार्टी और महंगे पिकनिक टूर का भी मजा लेते थे। कहने वाले तो यह भी कहते हैं कि घोटाले का मास्टरमाइंड विशाल कुछ अधिकारियों के परिवारों के लिए भी घूमने की व्यवस्था करता था। वरना इससे पहले भी वह लोगों का रूपया मारकर गायब हो गया था। उस समय भी 2020 से 23 तके बैनामों की जांच हुई थी उसके बावजूद भी इस प्रकार का घोटाला होता है तो यह हर कोई समझ सकता है कि उसके पीछे क्या कारण रहा होगा।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
25 हजार के इनामी विशाल वर्मा की हो गिरफ्तारी, अभी तक रजिस्ट्री विभाग के अधिकारियों के खिलाफ क्यों नहीं शुरू हुई कार्रवाई
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