मथुरा 20 मई। मथुरा में रविवार रात दो सगे भाइयों को लाठी-डंडे और सरिया से बुरी तरह पीटा गया। सूचना पर पहुंचे परिजन दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान सोमवार दोपहर दम तोड़ दिया।
परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 36 घंटे तक हंगामा किया। पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत पांच लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया है। इसके बाद मंगलवार दोपहर 1 बजे अंतिम संस्कार किया जा सका। घटना फरह थाना क्षेत्र के गांव धर्मपुरा नहर की है।
गांव पीलूआ सादिकपुर के मजरा नगला बंजारा निवासी बच्चन सिंह परिवार के साथ पिछले दो साल से गोवर्धन की छोटी परिक्रमा के पंचमुखी क्षेत्र में रहते हैं। बच्चन सिंह के तीन पुत्र हैं, जिनमें बड़े साहब सिंह दूसरा तिलक सिंह, तीसरा विनोद हैं।
दोनों भाई शादी समारोह में मेंहदी लगाने का काम करते थे। तिलक सिंह की शादी करीब 10 साल पहले हुई थी, उसके 3 बच्चे एक बेटा और दो बेटियां हैं। जबकि विनोद सिंह की शादी चार साल पहले हुई थी, उसके दो बेटियां हैं ।
बच्चन सिंह ने बताया कि रविवार रात उनके दोनों बेटे तिलक सिंह (35) और विनोद सिंह (28) गांव में पहुंचे थे। उनके घर पर बिजली नहीं आ रही थी। इस पर उन्होंने ग्राम प्रधान ताराचंद को कॉल करके सही कराने की बात कही। इस बात से ग्राम प्रधान काफी नाराज हो गए।
इसके बाद इनका आपस में विवाद हुआ था। गाली- गलौज के बाद दोनों भाई गांव से निकल गए। इससे पहले पिछली दीपावली पर भी शुभकामनाओं का बैनर लगाने को लेकर उनका झगड़ा हुआ था। आरोप है कि इसी बात को लेकर भी प्रधान पक्ष खुन्नस मानता था।
इसके बाद दोनों भाई सरूरपुर नहर पहुंचे। थोड़ी देर बाद किसी ने पुलिस को 112 नंबर पर काल करके बताया कि नहर पर एक्सीडेंट हो गया है। पीआरवी पहुंची तो विनोद और तिलक नहर के नीचे बाइक सहित गिरे मिले। बाइक पर भी रगड़ के निशान थे।
घटना की सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंचे। नहर के नीचे फंसे दोनों भाइयों को निकाला। जिसके बाद दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने तिलक को मृत घोषित कर दिया। वहीं, सोमवार दोपहर को विनोद ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतक के पिता बच्चन सिंह ने बताया कि रविवार रात उनके दोनों बेटों को प्रधान ताराचंद और उसके साथी संजू,विष्णु,रवि और पिल्कू ने लाठी-डंडों सरियों से बुरी तरह पीटा। पिता के आरोप पर पुलिस ने दोनों शवों का पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया।
सोमवार रात में दोनों भाइयों के शव गांव पहुंचे तो एकत्रित हुए समाज के लोगों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। सूचना पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी गांव में पहुंच गया।
मंगलवार को भी मृतक भाइयों के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार न करने पर अड़े रहे। पुलिस ने परिजनों को जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया। जिसके बाद मंगलवार दोपहर एक बजे अंतिम संस्कार किया गया।