वाराणसी 06 अगस्त। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में लगातार बारिश से बड़ा हादसा हो गया। काशी विश्वनाथ मंदिर के पास येलो जोन में देर रात दो मकान ढह गए। इसमें एक महिला की मौत हो गई। जबकि, कई 9 से अधिक लोग मलबे में दबे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र की खोआ गली चौराहे पर 70 साल पुराने दो मकान अचानक धराशायी हो गए। यह मकान राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता के थे, जो सोमवार रात मलबे में तब्दील हो गए।
वाराणसी के संभागीय आयुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया, यहां दो मकान गिरे थे। 9 लोगों में से 7 लोगों को रेस्क्यू करने की आवश्यकता पड़ी। इनमें से एक महिला की मृत्यु हो गई है। अन्य लोग सुरक्षित हैं। एक महिला कांस्टोबल भी जख्मी हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग पूरा कर लिया गया है। मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है।
हादसे के बाद मैदागिन और गोदौलिया से काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते को बंद करके गेट नंबर 4 से श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। घर मंदिर कॉरिडोर से महज 10 मीटर दूर है। NDRF के जवान मलबे को लगातार हटाने में लगे हुए हैं।
पीएम मोदी ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा से फोन पर बात की। वहां की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली। कमिश्नर ने उन्हें बताया कि मृतक महिला और घायलों को मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को बेहतर इलाज करवाया जा रहा है। सीएम योगी ने भी घायलों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं।पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया- मकान पुराने थे। इसमें दो परिवार रहते थे। एक रिलेटिव भी आए थे। 2 किराएदार भी रहते थे। हादसे के बाद तत्काल रेक्स्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला गया। महिला कॉन्स्टेबल के जबड़े में चोट लगी है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में दोनों मकान अगल-बगल बने हुए थे। इनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता चचेरे भाई हैं। मकान 70-75 साल पुराने थे। दीवारें पूरी तरह कमजोर हो चुकी थीं।मनीष गुप्ता का मकान 4 मंजिला, जबकि राजेश गुप्ता का मकान 3 मंजिला था।मंगलवार तड़के तीन बजे मनीष गुप्ता का मकान भरभराकर गिर पड़ा। थोड़ी देर बाद बगल में दूसरा मकान भी ढह गया। दीवार के पास ही पुलिस पिकेट बनी है। यहां तैनात महिला पुलिसकर्मी भी मलबे में दबकर घायल हो गई।मकान गिरते ही चीख पुकार मच गई।
पुलिस और NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जिस गली में हादसा हुआ उसकी चौड़ाई महज आठ फीट है। ऐसे में वहां मलबा भी बिना मशीनों के उठाना पड़ रहा है जिससे और दिक्कत हो रही है।NDRF टीम ने बताया कि मलबे से मकान मालिक राजेश गुप्ता, मनीष गुप्ता, इशु गुप्ता और कृतिका गुप्ता को बाहर निकाला गया। बाकी, महिला पुलिसकर्मी घर के बाहर थी, उनको तुरंत अस्पताल भेज दिया गया।