वाशिंगटन, 06 मार्च। अमेरिका ने बुधवार को भारत समेत दुनिया के कई देशों पर सौ फीसदी जवाबी आयात शुल्क (रेसिप्रोकल टैरिफ) थोपने का ऐलान किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा कि जवाबी आयात शुल्क की व्यवस्था दो अप्रैल से लागू होगी।
ट्रंप ने कहा कि दूसरे देश दशकों से अमेरिका से टैरिफ वसूल रहे हैं, अब हमारी बारी है। उन्होंने कहा कि भारत ऑटो क्षेत्र में सौ फीसदी टैरिफ वसूलता है। चीन दोगुना जबकि दक्षिण कोरिया चार गुना तक टैरिफ वसूलता है जबकि हम उन्हें सैन्य क्षेत्र के साथ कई और क्षेत्रों में मदद देते हैं। यूरोपीय संघ, ब्राजील, मेक्सिको, कनाडा समेत तमाम देशों से अब हम उन्हीं के अंदाज में शुल्क लेंगे।
कारों की बिक्री कठिन : ट्रंप ने कहा, अमेरिकी कारों पर भारत सरकार 100 से ज्यादा टैरिफ वसूलती है। ऐसे में भारतीय बाजार में अमेरिकी कारों की बिक्री कठिन है। जानकारों का कहना है कि ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका से भारत में आयात होने वाली कारों पर शुल्क शून्य हो। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिकी समकक्ष होवार्ड लुटनिक के साथ व्यापारिक मुद्दों पर बैठक के लिए वाशिंगटन में ही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “हमारे उत्पादों पर चीन का औसत टैरिफ हमसे दोगुना है, और दक्षिण कोरिया का औसत टैरिफ चार गुना अधिक है.” डोनाल्ड ट्रंप का भाषण उस दिन आया जब कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लागू हुए.
यूएस प्रेसिडेंट ने स्वीकार किया कि टैरिफ से ‘थोड़ी अशांति’ होगी लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे अमेरिका और अधिक समृद्ध होगा. इसका उद्देश्य टैरिफ के प्रभावों की आलोचना से खुद को बचाना था.
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिकी अधिकारियों के साथ टैरिफ पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन का दौरा करेंगे. ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाने के अपने फैसले को उचित ठहराते हुए कहा, “अनगिनत अन्य देश जितना हम वसूलते हैं उससे बहुत अधिक टैरिफ वसूलते हैं.” उन्होंने घोषणा की कि वे हमपर जो भी टैरिफ लगाएंगे, हम उन पर भी वही टैरिफ लगाएंगे.” पारस्परिक टैरिफ या रेसिप्रोकल टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होंगे.