Date: 16/09/2024, Time:

जेल में सुधार हेतु कैदियों में से बनेंगे मंत्री, भ्रष्टाचार और उत्पीड़न विरोधी विभाग भी बनाया जाए, जेलर का प्रयास अगर सफल हुआ तो यह एक अच्छा निर्णय सिद्ध होगा

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जनपद बागपत के जेलर जितेन्द्र कश्यप का प्रयास जेल में मंत्रिमंडल बनाने का अगर सफल हुआ तो यह एक अच्छा तुर्जबा तो होगा ही प्रदेश की जेलों में भी सुधार की संभावनाऐं बढ़ सकती है। आज बागपत जेल में बनेगा मंत्रिमंड़ल मंत्रीबंद कैदी संभालेंगे कामकाज। कि हिन्दुस्तान में खबर पढ़कर पाठकों में चर्चा सुनने को मिली कि जो मंत्रिमंड़ल बनाने की बात कही गई है उसके साथ ही अगर एक भ्रष्टाचार उन्मूलन मंत्री और कैदियों के होने वाले उत्पीड़न को रोकने हेतु मंत्री भी अगर बनाया जाए तो वो काफी अच्छा होगा।
इस संदर्भ में छपी एक खबर के अनुसार जेल के बंदी भी समाज का एक हिस्सा है और बाहर निकल कर वह फिर से इसी समाज में सामान्य जीवन जिएं इसके लिए बागपत जेल प्रशासन ने एक नई पहल की है। जेल में शुरू हुई यह अनूठी पहल पूरे देश के लिए मिसाल बन सकती है। जेल के माहौल में बदलाव और बंदियों में सामाजस्य बनाने के लिए जेल में एक मंत्रिमंडल का गठन होने जा रहा है। इस मंत्रिमंडल में अलग-अलग विधाओं में माहिर बंदी कैबिनेट के सदस्य होंगे। प्रभार संभालने वाले बंदी जेल के बाकी बंदियों की सेहत से लेकर उनको कानूनी सलाह और खेती किसानी तक की आधुनिक तकनीक सीखने में मदद करेंगे।
ऐसा होगा जेल का मंत्रिमंडल, यह होंगे काम
जेल के इस मंत्रिमंडल में प्रमुख रूप से उन बंदियों को जगह मिलेगी जो अपने-अपने क्षेत्र के माहिर होंगे। स्वस्थ्य मंत्री के लिये डाक्टर बंदी, कृषि मंत्री के लिये आधुनिक किसान, कानून मंत्री के लिये एडवोकेट खेल मंत्री के लिए पहलवान जैसे लोगों का चयन होगा। मंत्रालयों का गठन करके इसकी जिम्मेदारी इन कैदी मंत्रियों को दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री का काम बंदियों की बीमारियों पर नजर रखना और उनको सेहत से सम्बंधित सलाह देना होगा। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ही इन सबकी जानकारी जेल प्रशासन को उपलब्ध कराएगा। कृषि मंत्री जेल में हो रही खेती का जिम्मा संभालने के साथ- साथ बंदियों को आधुनिक खेती के गुर भी सिखायेगा ताकि जेल से बाहर आने के बाद वे अपनी खेती-किसानी में उसका प्रयोग कर बेहतर जीवन जी सकें। कानून मंत्री बंदियों को कानूनी सलाह देने के साथ-साथ उन्हें उनके अधिकारों का पाठ पढाएगा। शिक्षामंत्री का काम बंदियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना और उन्हें पढाई के लिए प्रेरित करना और उन्हें आगे और पढ़ाई कराने की होगी। कौशल विकास मंत्री भी बनाया जायेगा जो जेल में चलने वाली कौशल विकास की गतिविधियों को संचालित कराने में अपना योगदान देगा।
रंग लाया पंचायत के गठन का प्रयास
बागपत जेलर जितेन्द्र कश्यप ने बताया कि चंद महीने पहले जेल में पंचायत का गठन किया गया था। बंदियों के बीच से सरपंच नियुक्त किए गए थे जो अपने साथियों की समस्याओं को जेल प्रशासन के समक्ष रखकर उनका समाधान करा रहे थे। जेल का माहौल खुशनुमा हुआ और आत्मीयता बढने के साथ-साथ समस्याओं की फेहरिस्त भी छोटी होती चली गई।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महासचिव मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य)

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