ग्वालियर 07 फरवरी। भारतीय सेना में अग्निवीर बनने के लिए अब अभ्यर्थियों को मनोवैज्ञानिक परीक्षण, जिसे एडाप्टिबिलिटी टेस्ट का नाम दिया गया है, से भी गुजरना होगा। ऐसा सेना में सिर्फ अधिकारियों की भर्ती के दौरान ही होता था। पहली बार जवानों की भर्ती में इसे लागू किया जा रहा है। लागू करने से पहले इसका पुणे में 2023 में भर्ती के दौरान ट्रायल किया गया था, जिसकी समीक्षा की गई और परिणाम सकारात्मक रहे। इसी के बाद भर्ती में मनोवैज्ञानिक परीक्षण को स्थायी रूप से शामिल करने का निर्णय लिया गया। नए बदलाव का नोटिफिकेशन सात फरवरी को रात 12 बजे जारी कर दिया जाएगा।
इसी प्रक्रिया के साथ ग्वालियर भर्ती कार्यालय में गुरुवार आठ फरवरी से अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे। 21 मार्च तक 250 रुपये आनलाइन शुल्क जमा कर आवेदन किए जा सकेंगे। बता दें कि सेना में अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। इसके पहले लिखित परीक्षा को लेकर बड़ा बदलाव हुआ था। लिखित परीक्षा पूर्व में शारीरिक प्रवीणता परीक्षा के बाद होती थी, लेकिन सेना ने बदलाव करते हुए लिखित परीक्षा पहले और शारीरिक प्रवीणता परीक्षा बाद में कर दी। अब मनोवैज्ञानिक परीक्षण की शुरुआत हो रही है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि जिसे एडाप्टिबिलिटी टेस्ट लिखित और मेडिकल परीक्षा के बीच में होगा। पहले लिखित परीक्षा होगी। इसके बाद शारीरिक प्रवीणता परीक्षा होगी। इसमें सफल अभ्यर्थियों को परीक्षा स्थल पर उनका मोबाइल फोन दिया जाएगा। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर लिंक भेजी जाएगी, जिसमें एडाप्टिबिलिटी टेस्ट के 50 प्रश्न के 50 अंक होंगे। इसमें सफल होना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही मेडिकल परीक्षण के लिए प्रवेश मिलेगा। इसमें विफल अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण का उद्देश्य है अभ्यर्थियों का मानसिक स्तर जानना। यह जानना कि वह सेना के जोखिम, सेना की जिम्मेदारी और सेना के कार्य को समझते हैं या नहीं। उनका मानसिक स्तर सेना के लायक है या नहीं।
अग्निवीर क्लर्क की जगह पद का नाम भी परिवर्तित कर अग्निवीर आफिस असिस्टेंट किया गया है। अग्निवीर आफिस असिस्टेंट के अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के समय ही टाइपिंग टेस्ट देना होगा। 30 शब्द प्रति मिनट की स्पीड होगी।
भारतीय सेना के ग्वालियर स्थित सेना भर्ती कार्यालय (एआरओ) द्वारा अभी प्रदेश के 14 जिलों की भर्ती कराई जाती थी। अब चार जिलों को ग्वालियर सेना भर्ती कार्यालय से हटाकर भोपाल एआरओ शिफ्ट कर दिया गया है। गुना, पन्ना, दमोह, अशोकनगर के अभ्यर्थियों को अब ग्वालियर एआरओ नहीं, एआरओ भोपाल के लिए आवेदन करना होगा।