जम्मू 14 सितंबर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों ने शुक्रवार देर रात तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। पाटन क्षेत्र के चक टेपर क्रेरी में यह मुठभेड़ शुरू हुई, जहां भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। सुरक्षा बलों को पुख्ता जानकारी मिली थी कि इस इलाके में आतंकवादी छिपे हुए हैं। फिलहाल, इलाके में तलाशी अभियान जारी है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इससे पहले शुक्रवार को सेना की ‘राइजिंग स्टार कॉर्प्स’ ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में दो आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा को और मजबूत किया गया है ताकि कोई और आतंकी गतिविधि न हो सके।
किश्तवाड़ जिले में भी शुक्रवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हो गए। इनमें से एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और एक सिपाही शामिल थे। चार जवान इस मुठभेड़ में घायल हुए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हुए और बाद में दम तोड़ दिया। सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने यह ऑपरेशन लॉन्च किया था, जिसमें नाईडघाम क्षेत्र को घेर लिया गया था।
इन सभी घटनाओं के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में होने वाली बड़ी चुनावी रैली से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा खास है क्योंकि पिछले 42 सालों में यह पहला मौका होगा जब कोई प्रधानमंत्री डोडा में दौरा करेंगे।
जम्मू-कूश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. यह पहला मौका है जब केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे. ऐसे में आतंकियों के साथ मुठभेड़ से यह साबित होता है कि वो चुनाव से पहले घाटी के अलग-अलग जिलों में वो कुछ बड़ा प्लान कर रहे थे. सेना और पुलिस की मुस्तैदी के चलते समय रहते उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया गया.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों के एक तलाशी दल पर गोलीबारी करने के बाद अभियान मुठभेड़ में बदल गया, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी भी कार्रवाई की जिसमें तीन आतंकी मारे गए। आतंकी की पहचान और उसके समूह का पता लगाया जा रहा है फिलहाल इलाके में ऑपरेशन जारी है।