पहलगाम में घटी आतंकी घटना के बाद शुरू हुए हमलों को बीती दस मई को सीजफायर के बाद अभी तक दोनों तरफ से रोक दिया गया लगता है। इस बारे में क्या निर्णय लेना है वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार को सोचना है। लेकिन इस सीजफायर को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनकी बेटी को ट्रोल करना किसी भी रूप में सही नहीं कह सकते क्योंकि सीजफायर का निर्णय दोनों देशों ने माना। यह फैसला विदेश सचिव का नहीं हो सकता। पूरी सरकार ऐसे मामलों पर निर्णय लेती है। तो फिर विदेश सचिव और उनकी बेटी को लेकर कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाना सही नहीं है। सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मैं इसकी निंदा करता हूं और सरकार से मांग की कि इस प्रकार के अशोभनीय काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे क्योंकि किसी के भी ऐसे आचरण से भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों का मनोबल कमजोर होने की संभावना बनी रहती है जबकि वरिष्ठ प्रशासनिक पद पर आसीन व्यक्तियांे का मनोबल तो पूरे देश को बढ़ाना है तभी वो दुनियाभर के देशों में हमारी बात रखकर औरों को उससे सहमत कराने का प्रयास कर सकता है। इस बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहारकर की ओर से जारी कार्रवाई बिल्कुल सही है।
दूसरी तरफ यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव तथा असदुदीन ओवेसी व निरूपमा मेनन राय आदि ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा कि ऐसे बयानों से देश के लिए दिन रात काम करने वाले ईमानदार और समर्पित अधिकाारियों का मनोबल टूटता है। निर्णय तो सरकार का होता है किसी अधिकारी का नहीं है। यह निंदनीय शर्मनाक दुर्भाग्यपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व शब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं जो सही नहीं है। दूसरी तरफ मजीठियां बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री अंकित बिश्नोई ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस प्रकार के ट्रोल करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाने चाहिए। तथा यह भी देखा जाना चाहिए कि अवांछित पोस्ट करने वालों के खिलाफ पता करें कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं। क्योंकि ऐसी कार्रवाई नैतिक रूप से भी अक्षमीय है। हम सभी को विदेश सचिव और उनकी बेटी को ट्रोल और अपमानित करने को एवं शालीनता सभ्यता और व्यवहार के विपरीत मानते हैं।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनकी बेटी को ट्रोल करने वालों की हो रही है निंदा, एसएमए व प्रमुख नागरिकों ने दोषियों पर कार्रवाई की उठाई मांग
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